Bihar Election 2025: चुनाव आयोग मिशन मोड में, सीमाओं पर अलर्ट- नेपाल बॉर्डर से लेकर नकद-शराब की तस्करी पर सख्ती

 

Political news: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू होते ही भारत निर्वाचन आयोग पूरी तरह मिशन मोड में आ गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई, जिसमें चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी भी शामिल रहे।

बैठक में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव समेत गृह मंत्रालय, रेल मंत्रालय और केंद्रीय प्रवर्तन एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

कानून-व्यवस्था और सीमाई सुरक्षा पर कड़ा फोकस

बैठक का मुख्य एजेंडा था- आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त बनाना।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बिहार की सीमाओं पर चौकसी को और कड़ा किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि चुनावी माहौल को प्रभावित न कर सके।

ज्ञानेश कुमार ने साफ कहा, “चुनाव सिर्फ़ एक प्रक्रिया नहीं, यह लोकतंत्र का पर्व है। इसे पारदर्शिता और शुचिता के साथ संपन्न कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

नेपाल सीमा पर बढ़ाई जाएगी निगरानी

आयोग ने विशेष रूप से नेपाल से सटी सीमाओं पर निगरानी बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए हैं। हथियार, शराब, नशीले पदार्थ, नकदी और मुफ्त उपहार सामग्री की अवैध आवाजाही को रोकने के लिए सीमावर्ती चौकियों पर 24x7 जांच अभियान चलाने को कहा गया है। इसके अलावा, बिहार की सीमाओं से सटे उत्तर प्रदेश, झारखंड और बंगाल के जिलों में भी संयुक्त नाकेबंदी और इंटर-स्टेट इंटेलिजेंस शेयरिंग सिस्टम को मजबूत करने के आदेश दिए गए हैं।

केंद्रीय एजेंसियों को मिली सख्त चेतावनी

बैठक में एनसीबी, आयकर विभाग, डीआरआई और सीजीएसटी जैसी एजेंसियों को ठोस खुफिया इनपुट्स पर तुरंत कार्रवाई करने और अवैध धन और सामग्री की अधिकतम जब्ती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

आयोग ने चेतावनी दी कि, “धनबल, बाहुबल या प्रलोभन की राजनीति को किसी भी कीमत पर चुनाव प्रक्रिया पर हावी नहीं होने दिया जाएगा।”

मतदाताओं के लिए ‘सेफ एंड ईज़ी वोटिंग’ मिशन

चुनाव आयोग ने इस बैठक में मतदाता सुविधा केंद्रों, सुरक्षा बलों की तैनाती, मतदान कर्मियों की ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट की भी समीक्षा की। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हर मतदाता को सुरक्षित, सुविधाजनक और सम्मानजनक मतदान अनुभव मिलना चाहिए।

स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता

ज्ञानेश कुमार ने बैठक के अंत में कहा, चुनाव आयोग का लक्ष्य सिर्फ़ मतदान कराना नहीं, बल्कि जनता का भरोसा बनाए रखना है। निष्पक्षता और पारदर्शिता के बिना लोकतंत्र अधूरा है। उन्होंने सभी राज्यों को निर्देश दिया कि किसी भी शिकायत या संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत फील्ड एक्शन रिपोर्ट सौंपी जाए।

बिहार में अब चुनावी मिशन का काउंटडाउन शुरू

इन निर्देशों के साथ अब बिहार में प्रशासनिक और सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट मोड में हैं। चुनावी प्रक्रिया की तैयारी, सुरक्षा व्यवस्था और प्रवर्तन अभियान सब कुछ अब “ऑपरेशन क्लीन पोल्स” के तहत चलाया जा रहा है। निर्वाचन आयोग का संदेश साफ है -“बिहार का लोकतंत्र बिकेगा नहीं, बल्कि बोलेगा मजबूती और निष्पक्षता के साथ।”