Bihar Election 2025: बूथ नहीं, अब घर बने मतदान केंद्र- पटना में “होम वोटिंग” अभियान रहा सफल
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत पटना जिले में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए चलाया गया विशेष “होम वोटिंग अभियान” पूरी तरह शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हो गया।
जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, 14 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 567 पात्र मतदाताओं ने घर से मतदान करने की इच्छा जताते हुए फॉर्म-12D भरकर आवेदन किया था। इनमें 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को शामिल किया गया था।
दो दिवसीय विशेष अभियान के तहत घर-घर पहुँचे मतदान दल
जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना के निर्देश पर 29 और 30 अक्टूबर को विशेष मतदान दलों का गठन किया गया। इन दलों ने निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार मतदाताओं के घर जाकर पोस्टल बैलेट (डाक मतपत्र) के माध्यम से मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई।
पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी, सुरक्षित और गोपनीय बनाए रखने के लिए प्रत्येक दल के साथ सुरक्षा बल के जवान मौजूद रहे और मतदान की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
539 मतदाताओं ने घर से किया मतदान
कुल 539 मतदाताओं ने इस विशेष सुविधा का लाभ उठाते हुए अपने घर से मतदान किया। जिला प्रशासन ने पहले से ही मतदाताओं को मतदान दल के आगमन की सूचना दे दी थी ताकि वे निर्धारित समय पर तैयार रहें। जिलाधिकारी ने बताया कि “होम वोटिंग” निर्वाचन आयोग की एक संवेदनशील और समावेशी पहल है, जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता उम्र या शारीरिक अक्षमता के कारण मतदान से वंचित न रहे।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष प्रक्रिया पर प्रशासन का भरोसा
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने पूरी प्रक्रिया को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से पूरा किया। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि आगामी 6 नवंबर को होने वाला मुख्य मतदान भी शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराया जाएगा।
“होम वोटिंग”: लोकतंत्र को सबके द्वार तक पहुँचाने की पहल
पटना जिले में यह पहल लोकतंत्र के उस भाव को मजबूत करती है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी समान रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है।
आपको बता दें कि “होम वोटिंग” न केवल मतदान प्रक्रिया को अधिक समावेशी बना रही है, बल्कि यह संदेश भी दे रही है कि लोकतंत्र की ताकत हर मतदाता की आवाज़ में निहित है चाहे वह कहीं भी हो।