पश्चिम चंपारण की रामनगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक भागीरथी देवी ने दिया इस्तीफा 
 

 

पश्चिम चंपारण की रामनगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक पद्मश्री भागीरथी देवी ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगते हुए तमाम पदों से इस्तीफा दे दिया है. भागीरथी देवी का कहना है कि दलित होने के कारण पार्टी संगठन में उनकी नहीं सुनी जा रही. बगहा में भाजपा संगठन में हमारी कोई पूछ नहीं है. इससे परेशान हूं. मेरी परेशानी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जानते है, लेकिन कोई करवाई नहीं होती है.

आपको बता दें कि भाजपा विधायक भागीरथी देवी ने बगावत की आवाज बुलंद करते हुए कहा कि संगठन में किसी पद पर रहने का क्या फायदा है. उन्होंने आज राष्ट्रीय कार्यसमिति से लेकर प्रदेश कार्यसमिति तक के तमाम पदों से इस्तीफा दे दिया है।बीजेपी से लंबे अरसे से जुड़ी विधायक भागीरथी देवी ने आरोप लगाया कि दलित समाज से आने की वजह से उन्हें पार्टी की बगहा जिला कमेटी द्वारा बेइज्जत किया जा रहा है. इसकी जानकारी उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को कई दफे दी है और कार्रवाई की मांग की है पर प्रदेश अध्यक्ष ने अभी तक किसी तरह का कदम नहीं उठाया है. इससे निराश होकर प्रदेश और राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य के पद से इस्तीफा दे रही हूँ. 

इतना ही नहीं बीजेपी विधायक ने इसके साथ-साथ कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. कहा कि उन्‍हें दलित समझ कर परेशान किया जाता है. दल के अंदर हमारी कोई इज्जत-प्रतिष्ठा नहीं है. हमें लंबे समय से उल्लू बनाया जा रहा है. जब से बगहा जिला बना तब से मुझे मक्खी की तरह फेंक दिया गया है. दलित समझकर उन्हें अलग छांट दिया गया है हमें किसी काम में नहीं पूछा जाता है. चुनाव के समय भी मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. बीजेपी कमिटी के द्वारा किसी तरह की इज्जत मुझे नहीं दी जाती है. प्रधानमंत्री जी ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया है. अगर प्रधानमंत्री से मुलाकात करने का मौका मिलेगा तो मैं इस बात को बताऊंगी कि पार्टी में पुराने और दलित महिला के साथ सही बर्ताव नहीं हो रहा है.

बता दें भागीरथी देवी पंश्चम चंपारण के रामनगर विधानसभा से तीन बार विधायक है. वर्ष 2010, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर रामनगर से चुनाव जीती है. 2019 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री से भी सम्मानित किया.