RJD महंगाई पर बोलने से पहले राहुल गांधी, ममता बनर्जी से बात कर उन राज्यों में वैट कम कराये: सुशील मोदी 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बुधवार को बैठक की थी. वहीं इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गैर-बीजेपी शासित राज्यों से पेट्रोल-डीजल पर लोगों को राहत देने का अनुरोध किया था. वहीं अब इसको लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष शासित राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट नहीं घटाकर महंगाई पर केवल राजनीति की है.

आपको बता दें कि सुशील कुमार मोदी ने एक के बाद एक ट्वीट कर विपक्ष पर हमला बोला है. जी हां सुशील कुमार मोदी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि, पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि पर छाती पीटने वाले विपक्षी दलों ने अपने शासन वाले राज्यों में इस पर वैट में कोई कमी नहीं कर दोहरा रवैया अपनाया. कांग्रेस शासित राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर सर्वाधिक 31.08 फीसद वैट के अलावा इस पर सेस भी वसूला जाता है.

वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, भाजपा शासित हरियाणा में पेट्रोल-डीजल पर सबसे कम वैट 18 और 16 फीसद है. राजद महंगाई पर बोलने से पहले राहुल गांधी और ममता बनर्जी से बात कर उन राज्यों में वैट कम कराये, ताकि जनता को राहत मिले.

अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, अन्तरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि और युक्रेन-रूस युद्ध के कारण जब भारत में भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े तब केंद्र सरकार ने इन वस्तुओं पर पिछले नवंबर में उत्पाद शुल्क घटा कर जनता को राहत दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित बिहार और भाजपा-शासित राज्यों ने भी वैट घटाकर पेट्रोल और डीजल के दाम कम रखने की पहल की. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्ष शासित राज्यों ने वैट में कोई कमी नहीं की.

इतना ही नहीं सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल डीजल पर वैट 14.50 रुपये से 17.50 रुपये प्रति लीटर तक है जबकि विपक्ष शासित राज्य 26 रुपये से 32 रुपये प्रति लीटर तक कर वसूल रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता पर बोझ कम करना नहीं बल्कि इस मुद्दे पर केवल राजनीति करना चाहता है.