मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया गया जी डैम व सीताकुण्ड जाने हेतु स्टील ब्रिज का लोकार्पण
 

Report: Dhiraj Sinha ( Gaya) 
 

गया। बिहार के गया में आज  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया जी डैम और सीता कुंड पुल का लोकार्पण किया. इसके बाद मुख्यमंत्री पितृपक्ष मेला महासंगम का भी उद्घाटन करेंगें. 

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोक्षदायिनी फल्गु नदी पर विष्णुपद मंदिर के पास "गया जी डैम" (रबर डैम) तथा सीताकुण्ड जाने हेतु पुल का लोकार्पण  किया. साथ ही पितृपक्ष मेला महासंगम 2022 का उद्घाटन सीएम करेंगे. कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शिरकत कर रहे हैं. वहीं मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत कई मंत्री उपस्थित हैं. सीएम के कार्यक्रम को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता व्यवस्था की गई है. काफी संख्या में पुलिस बल लगाए गए हैं.

 

सदियों से फल्गु नदी में पानी नहीं रहने के कारण पिंडदानियो को तर्पण देने में काफी कठिनाइयां होती थी. पानी के लिए फल्गु में गड्ढा खोदना पड़ता था, तब जाकर थोड़ा बहुत पानी पिंडदान तर्पण को मयस्सर हो पाता था. वही गया में कई दफा आने के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिंडदान के बीच पानी की समस्या को नजदीक से समझा था. इसके बाद उन्होंने फल्गु नदी में रबर डैम बनाने का निर्णय लिया था. वर्ष 2019 में इस योजना पर काम शुरू किया गया था और इसे 2023 तक पूरा होना था. किंतु पितृपक्ष मेला 2022 को देखते हुए सीएम नीतीश ने मेला के पहले ही कार्य योजना को पूरा कर लेने का निर्देश दिया था, जिसके कारण काफी तेज गति से रबर डैम का निर्माण का काम शुरू हुआ और पितृपक्ष मेला 2022 शुरू होने के पहले इसे पूरा कर लिया गया. इसे 261 करोड़ की लागत से बनाया गया है. अब देवघाट के तट पर फल्गु नदी में विष्णुपद मंदिर के नजदीक सालों भर जल उपलब्ध कराने हेतु गयाजी डैम का निर्माण करवाया गया है.

 

विष्णुपद मंदिर के निकट फल्गु नदी के सतही प्रवाह को रोकने के लिए 3 मीटर ऊंचा एवं 411 मीटर की लंबाई में भारत का सबसे लंबा रबर डैम का निर्माण कराया गया है. इसमें 65- 65 मीटर लंबाई के 06 span हैं. इसके रबर ट्यूब में आधुनिक स्वचालित विधि से हवा भरी एवं निकाली जा सकती है, जिसके कारण फल्गु नदी के जल के प्रवाह एवं भंडारण को प्रभावी रूप से संचालित किया जा सकेगा. इसके साथ ही श्रद्धालुओं के विष्णुपद घाट से सीताकुंड तक पिंडदान हेतु जाने के लिए रबड़ डैम के ऊपर 411 मीटर लंबा स्टील पैदल पुल का भी निर्माण किया गया है.