भूमिहार समाज को पहली बार भाजपा ने दिया केंद्रीय मंत्री-पद, विधानसभा के दिए 15 टिकट: सुशील कुमार मोदी
 

 

भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच की ओर से पटना के बापू सभागार में बीते दिनों परशुराम जयंती समारोह मनायी गयी. इस समारोह  में  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सम्मिलित हुए थे. तेजस्वी यादव ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि, जब हम समाजवाद और सामाजिक न्याय की बात करते है तो यह सबको शामिल करने और साथ लेकर चलने का सिद्धांत, नीति और विचार है. सामाजिक न्याय का का मतलब किसी को निकालना के लिए नहीं बल्कि सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का है. वहीं अब इसको लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने राजद पर तंज कसा हैं. 

आपको बता दें कि सुशील कुमार मोदी कहा कि, ब्राह्मण-भूमिहार समाज को भाजपा ने हमेशा यथोचित सम्मान दिया है. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भूमिहार समाज के 15 और  ब्राह्मण समाज के 11( कुल 26) लोगों को पार्टी ने टिकट दिये, जबकि राजद ने इन दोनों जातियों का अपमान करते हुए केवल एक टिकट दिया था. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने ही भूमिहार समाज को पहली बार केंद्रीय मंत्री का पद दिया. बिहार में भाजपा कोटे से आज दो कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष इसी समुदाय से हैं. 

आगे सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, लालू-राबड़ी राज में भूमिहार-ब्राह्मण समाज का जितना अपमान-उत्पीड़न हुआ, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. उस दौर में जाति पता कर इनका नरसंहार हुआ और इन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था. ऊंची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने का विरोध करने वाली लालू प्रसाद की पार्टी आज किस मुहँ से भूमिहार-ब्राह्मण समाज की हितैषी बन रही है? इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि, विधान परिषद का एक चुनाव या उपचुनाव किसी दल पर किसी समाज के भरोसे का एकमात्र पैमाना नहीं हो सकता. सबको पता है कि परिषद के चुनाव  किस आधार पर होते हैं. हाल के चुनावों में यदि पार्टी से कोई गलती हुई, तो उसे सुधारा जाएगा और सम्मान देने में कोई कमी नहीं की जाएगी.

वैसे बता दें भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच की ओर से पटना के बापू सभागार में बीते दिनों परशुराम जयंती समारोह मनायी गयी थी. इस दौरान तेजस्वी यादव ने वहां लोगों  संबोधित करते हुए कहा था कि, जब हम समाजवाद और सामाजिक न्याय की बात करते है तो यह सबको शामिल करने और साथ लेकर चलने का सिद्धांत, नीति और विचार है. सामाजिक न्याय का मतलब किसी को निकालना के लिए नहीं बल्कि सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का है. 

इतना ही नहीं तेजस्वी ने आगे कहा था कि, अगर सब जाति/धर्म के लोग ठान लें कि बिहार को नंबर-1 बनाना है तो किसी माई के लाल में दम नहीं कि बिहार और बिहारियों को रोक दें. याद रखिए- एकता में ही शक्ति है. हमारी कोशिश है कि सब भाई साथ चले और बिहार को भी अन्य राज्यों की तरह विकसित बनायें. ब्राह्मण-भूमिहार समाज जागरूक है. 

आगे उन्होंने कहा था कि, देश में एक विचित्र क़िस्म का नैरटिव गढ़ा जा रहा है कि हिंदू खतरे में है. बताइए भला? हमारी कितने पुरखे और पुश्तें इस मिट्टी में रची और बसी है और ये हमें खतरे में बता रहे है. खतरे में इनकी कुर्सी है. भाजपा और सांप्रदायिक सोच के लोग असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना चाहते है. लेकिन आप लोगों को मुद्दों पर टिके रहना है. हम समावेशी, सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति करते है. जिसमें सबका सहयोग और हिस्सेदारी रहे. मैं चाहता हूँ कि हम सब एकता और ज़िम्मेवारी के साथ बिहार को आगे बढ़ाए. आपका साथ रहा तो हम आर्थिक न्याय करेंगे. आर्थिक न्याय में सबका भला निहित है. जो पीछे छूट गए है उन सभी को साथ लेकर अब आगे बढ़ने का समय है.