केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी ने पढ़ी-लिखी लड़कियों को दी नसीहत, कहा- उन्हें अनपढ़ महिलाओं से सिख लेनी चाहिए
 

 

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी गया में वीरांगना ऊदा देवी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने इस मौके पर श्रद्धा हत्याकांड पर लड़कियों को लिव-इन में नहीं रहने की नसीहत दे डाली. इसके अलावा उन्होंने लोगों को नशा नहीं करने की शपथ भी दिलाई. इतना ही नहीं कौशल किशोर चौधरी ने कहा कि, पढ़ी-लिखी लड़कियों को अनपढ़ लड़कियों से सिख लेनी चाहिए. आजकल की पढ़ी- लिखी लड़कियां थोड़ी सी बात के लिए अपना घर छोड़ देती है. इसके कारण ही अपराध का ग्राफ बढ़ता है.

आपको बता दें कि केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर चौधरी को गया क्लब में आयोजित महान वीरांगना ऊदा देवी की श्रंद्धाजलि सभा में फूल-माला पहनाकर व अंग वस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी ने उपस्थित लोगों को नशा नहीं करने की शपथ भी दिलाई. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऊदा देवी पासी जी एक महान वीरांगना थी, जो पासी समाज से आती थी. उन्होंने अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी थी. अपने जीवनकाल में उन्होंने 36 अंग्रेजों को मौत के घाट उतार दिया था. उनके शहादत दिवस को बलिदान दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है. इसी कार्यक्रम के तहत आज हम गया पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि देश को नशा मुक्त करना जरूरी है. तभी नई पीढ़ी आगे बढ़ सकेगी.

आगे उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मेरा बेटा भी नशा करता था. इस कारण उसका लीवर खराब हो गया और उसकी मौत हो गई. मैं और मेरी पत्नी अपने बेटे को नहीं बचा सके. ऐसे में हमने यह अभियान चलाया है कि पूरे देश को नशा मुक्त करना है. हमारे अभियान के तहत करोड़ों लोग हमसे जुड़ चुके हैं. आज भी हमने नशा न करने के लिए लोगों को शपथ दिलाई है. देश को नशा मुक्त किया जाए, इसके लिए सबसे जरूरी है कि लोग नशा करना छोड़ दें. जब ग्राहक ही नहीं रहेंगे, तो लोग नशे की समान कहां बेचेंगे ? इसलिए लोगों को चाहिए कि नशा से तौबा करें और अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करें.

आगे कौशल किशोर चौधरी ने श्रद्धा हत्याकांड की निंदा करते हुए कहा कि पढ़ी-लिखी लड़कियों को अनपढ़ लड़कियों से सीख लेनी चाहिए. आजकल पढ़ी-लिखी लड़कियां लिव-इन में रहने के लिए अपने मां-बाप और परिवार का भी परवाह नहीं करती है. यहीं कारण है कि तेजी से अपराध बढ़ रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, किसी को भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं जाना चाहिए. यदि कोई लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं, तो उन्हें कोर्ट से पेपर बनवा लेना चाहिए. अगर किसी लड़के के साथ रहना ही है तो शादी करके रहो.