बिहार के सीतामढ़ी में एक और पुल ध्वस्त, 10 साल पहले हुआ था निर्माण
बिहार में बारिश और बाढ़ की वजह से फूलों के ध्वस्त होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। सीतामढ़ी में एक और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया। जिले के सोनबरसा प्रखंड क्षेत्र के प्रखंड मुख्यालय से इंदरवा पंचायत के डालकावा गांव तक जाने वाली मुख्य सड़क पर अधवारा समूह के बांके नदी पर बना आरसीसी पुल शुक्रवार को ध्वस्त हो गया। इससे सीतामढ़ी की बड़ी आबादी की परेशानी बहुत बढ़ गई है । बता दे कि बिहार में अब तक लगभग डेढ़ दर्जन छोटे और बड़े पुल टूट कर तबाह हो चुके हैं।
सोनबरसा में बांके नदी पर पूल के ध्वस्त हो जाने से आसपास के कई गांव का आपस में संपर्क टूट गया है। राजगीरों को काफी कठिनाई हो रही है। इस रोड पर छोटे बड़े वाहनों का परिचालन बंद हो गया है। गांव के डॉक्टर अजय प्रसाद, विनोद शाह, अशोक मिश्रा, सत्येंद्र मिश्रा, शिक्षक वीर भगत, पंचायत समिति सदस्य जमीनी पासवान, पूर्व मुखिया अनिल ठाकुर में बताया कि भूतही से लोहखर जाने का आवागमन ठप हो गया है।
इस पुल गिरने से प्रखंड मुख्यालय आनेजाने वाले लोगों को काफी कठिनाई हो रही है। इस पुल से एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग प्रखंड और जिला मुख्यालय तक जाते हैं। इस मामले में बीडीओ सत्येन्द्र कुमार यादव ने बताया कि वरीय पदाधिकारी को सूचित किया गया है। जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। इस पुल का एक पाया हाल ही में पानी की तेज धारा में ढह गया था।
बताया जा रहा है कि करीब दस साल पहले इस पुल का निर्माण ग्रामीणों की मांग पर कराया गया था। पुल नहीं होने से दर्जन भर से ज्यादा गांवों की जनता को मुख्यालय जाने के लिए काफी दूरी तय करना पड़ता था। कुछ दिन पहले यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था और पानी की तेज धार में एक पिलर भी डैमेज हो गया था। उसके बाद भी पुल से भारी वाहनों को निकाला जा रहा था। गुरुवार को एक बड़ी गाड़ी पुल से गुजरी थी। शुक्रवार को यह पुल खुद टूट गया।