क्या केके पाठक के आदेश को नजरअंदाज कर रहे कोचिंग संस्‍थान? अभी तक नहीं बताई छात्रों की संख्या  
 

Report: Kamlakant Pandey
 

बिहार कोचिंग संस्थान (नियंत्रण और विनियमन) नियमावली, 2023 को अगले महीने तक लागू करने की तैयारी है. इसको लेकर शिक्षा विभाग ने राज्य भर में पंजीकृत कोचिंग संस्थानों की संख्या और उसमें नामांकित छात्र-छात्राओं का ब्योरा सभी जिलों से मांगा था, लेकिन पटना समेत 20 जिलों से इसकी रिपोर्ट नहीं आई है. जिन 18 जिलों से रिपोर्ट आई है, वह आधी-अधूरी है. ज्यादातर कोचिंग संस्थानों ने नामांकित विद्यार्थियों की सही सूचना नहीं दी है. ऐसा शिक्षा विभाग का मानना है. अब विभाग ने जिलों से कोचिंग संस्थानों और उनमें नामांकित विद्यार्थियों की पूरी सूचना एक सप्ताह में उपलब्ध कराने को कहा है.

जिन जिलों से रिपोर्ट आई है, शिक्षा विभाग ने उसे वेबसाइट पर डाला है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, 18 जिलों ने पंजीकृत पांच हजार 164 कोचिंग संस्थानों की सूचना दी है, जिनमें 31 हजार 607 विद्यार्थी पंजीकृत हैं. इनमें दरभंगा के कोचिंग संस्थान में सर्वाधिक 12 हजार 135 विद्यार्थी हैं. पटना में कोचिंग संस्थानों की संख्या अभी शिक्षा विभाग को नहीं मिली है.

शिक्षा विभाग की आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, अररिया जिले के 221, अरवल में 90, बांका में 225, बेगूसराय में 636, बक्सर में 144, दरभंगा में 562, पूर्वी चंपारण में 593, जहानाबाद में 52, किशनगंज में 243, कैमूर में 146, लखीसराय में 102, मधुबनी में 428, नालंदा में 67, सहरसा में 522, शिवहर में 92, सीतामढ़ी में 191, वैशाली में 314 और पश्चिमी चंपारण में 536, अरवल में 3079, दरभंगा में 12135, पूर्वी चंपारण में 2103, नालंदा में 5543, सीवान में 2917 और पश्चिमी चंपारण में 5830 विद्यार्थी नामांकित हैं.