सरेंडर से पहले मनीष कश्यप ने अपनी मां के साथ वीडियो किया था शेयर, कहा- मैं जेल जा रहा हूं...मेरी मां की आंखों में आंसू मत आने देना

 

तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप ने सरेंडर कर दिया है. वहीं सरेंडर करने से पहले मनीष कश्यप ने एक वीडियो अपनी मां के साथ एक वीडियो शेयर किया था. जिसमें वो लोगों से कह रहे हैं कि मैं जेल जा रहा हूं...मेरी मां की आंखों में आंसू मत आने देना.

मनीष कश्यप ने जो वीडियो शेयर किया था.  उसमें मनीष कश्यप अपनी मां के साथ बैठा हुआ है. वहीं इसी दौरान मनीष लोगों को ये कह रहा है कि मैं जेल जा रहा हूं...मेरी मां की आंखों में आंसू मत आने देना। मैंने कुछ गलत नहीं किया है. उम्मीद है कि आप लोग साथ खड़े रहेंगे. बस कानून अंधा है, आपलोग अंधे नहीं हैं. मनीष ने अखबार में छपी खबरों की कटिंग्स दिखाते हुए कहा कि प्रदेश के कई अखबारों में तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले की बात छपी. बिहार के कई नेता, सहनी, पप्पू यादव ने इसे लेकर पोस्ट किया, लेकिन इन सब से सवाल नहीं किए गए। सिर्फ मुझसे क्यों सवाल हो रहे हैं.

आगे मनीष ने कहा कि घरवाले परेशान हैं. मां के सामने कहना चाहता हूं, मैंने कुछ गलत नहीं किया है और भगत सिंह ने भी कुछ गलत नहीं किया था. हमने कई मां के आंसू पोंछने का काम किया था. उम्मीद है कि मेरी मां की आंखों में भी आप लोग आंसू नहीं आने देंगे. कुछ दिन की बात है. सरकार कैद रखेगी. विचारों को कैद नहीं किया जा सकता. मैंने परिवार के लिए नहीं बिहार के लिए लड़ाई लड़ी है.

मनीष ने कहा कि मुझे पता है कि मैं गलत नहीं हूं. कानून अंधा है, लेकिन न्याय होता है. जब नेता अंधे हो जाएंगे तो न्याय कैसे मिलेगा. मेरे ऊपर पहले से कई केस हैं. एक अंग्रेज की मूर्ति तोड़ने का केस मेरे ऊपर है, जो हमारे चंपारण में नील की खेती करवाते थे. इन बातों की चर्चा नहीं होनी चाहिए. हां बिहार की बर्बादी पर आज हमें चर्चा करनी होगी. आखिर बिहार के मजदूर दूसरे राज्यों में क्यों मार खाते हैं. अगर ये गलत है तो ये सारे अखबार गलत हैं. वो सारे मजदूर गलत हैं, जो बिहार लौटे और अपनी आपबीती सुनाई.