बिहार में विधान परिषद चुनाव की आहट तेज, 8 सीटों पर चुनावी बिगुल बजने से पहले मतदाता बनने का आज अंतिम दिन

 

Bihar News: बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद अब राजनीतिक गलियारों में नई हलचल शुरू हो गई है। चुनावी फोकस अब बिहार विधान परिषद की आठ सीटों—स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों—पर केंद्रित होता जा रहा है। पटना, दरभंगा, तिरहुत के स्नातक व शिक्षक कोटे के साथ कोसी स्नातक और सारण शिक्षक क्षेत्र की सीटों पर चुनाव होने हैं।

भारत निर्वाचन आयोग ने इस चुनाव से जुड़ी प्रक्रियाएँ औपचारिक रूप से शुरू कर दी हैं। जिला स्तर पर मतदाता सूची तैयार करने, दावे–आपत्तियों की सुनवाई और मतदानकर्मियों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है।

प्रत्याशी और दल जुटे तैयारी में, मतदाता बनने की अंतिम तारीख आज

विधान परिषद चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा एमएलसी और संभावित प्रत्याशी मतदाता बढ़ाने में पूरी ताकत लगा रहे हैं।
    •    प्रारूप मतदाता सूची 6 नवंबर तक तैयार हो चुकी है।
    •    जिनका नाम सूची में नहीं है, वे आज अंतिम दिन दावा–आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।

उधर, राजनीतिक दलों में भी संभावित उम्मीदवारों को लेकर मंथन जारी है। स्नातक और शिक्षक क्षेत्रों में वोटर बनने की प्रक्रिया इन चुनावों का सबसे अहम चरण मानी जाती है, क्योंकि यहाँ मतदाताओं की संख्या सामान्य चुनावों की तुलना में काफी कम होती है।

20 नवंबर से 10 दिसंबर तक—छूटे मतदाताओं के लिए मौका

जो लोग समय पर नाम नहीं जुड़वा पाए हैं, वे 25 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच फॉर्म–18 जमा कर प्रखंड, जिला या कमिश्नरी कार्यालय में आवेदन देकर मतदाता बन सकते हैं।
    •    दावे–आपत्तियों का निपटारा 25 दिसंबर 2025 तक होगा।
    •    अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 दिसंबर 2025 को किया जाएगा।

चुनाव आयोग ने सभी योग्य उम्मीदवारों से अपील की है कि तय समय में दस्तावेज जमा कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

कौन बन सकता है मतदाता? पूर्व चुनाव अधिकारी ने समझाया नियम

पूर्व उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी बैजूनाथ कुमार सिंह के अनुसार:
    •    स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में वही भारतीय नागरिक मतदाता बन सकते हैं, जिन्होंने 2022 तक स्नातक या समकक्ष डिग्री हासिल की हो।
    •    शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए पात्रता
    •    संबंधित क्षेत्र के सरकारी/मान्यता प्राप्त संस्थान में माध्यमिक से उच्च शिक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षक
    •    न्यूनतम 3 साल का शैक्षणिक अनुभव अनिवार्य
    •    संबंधित संस्थान का नाम सरकार की अधिसूचित सूची में होना चाहिए
    •    अतिथि शिक्षक किसी भी स्थिति में मतदाता नहीं बन सकते

वर्तमान प्रतिनिधि कौन?

स्नातक कोटे की सीटें:
    •    पटना : नीरज कुमार
    •    दरभंगा : सर्वेश कुमार
    •    तिरहुत : वंशीधर ब्रजवासी
    •    कोसी : एन.के. यादव

शिक्षक कोटे की सीटें:
    •    पटना : नवल किशोर यादव
    •    दरभंगा : मदन मोहन झा
    •    तिरहुत : संजय कुमार सिंह
    •    सारण : अफाक अहमद

इन सभी सीटों का कार्यकाल 16 नवंबर 2026 को समाप्त होगा, इसलिए आयोग ने समय पर प्रक्रिया शुरू कर दी है।