Bihar Weather Report: बिहार में सर्दी का डबल अटैक: कोहरा, शीतलहर और कोल्ड-डे ने बढ़ाई मुश्किलें
Bihar Weather Report: बिहार में कड़ाके की ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर और घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। धूप के अभाव में दिन के समय भी ठिठुरन बनी हुई है और बीते एक सप्ताह से प्रदेश के कई जिलों में ‘कोल्ड-डे’ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। हालात को देखते हुए पूरे बिहार के लिए कोल्ड वेव और घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
25 से 29 दिसंबर तक ठंड का कहर
मौसम विज्ञान केंद्र ने अनुमान जताया है कि 25 से 29 दिसंबर के बीच कई जिलों में शीतलहर चल सकती है। बीते 24 घंटे में राज्य का न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राजधानी पटना में पारा 11 डिग्री तक गिर गया। गया और बोधगया समेत कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जहां सुबह के समय दृश्यता घटकर मात्र 50 मीटर तक पहुंच गई।
अगले चार से पांच दिनों तक तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, जिससे ठंड से राहत की उम्मीद फिलहाल कम नजर आ रही है।
कोल्ड-डे से फिलहाल नहीं मिलेगी राहत
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी क्षेत्रों में जारी बर्फबारी का सीधा असर बिहार के मौसम पर पड़ रहा है। जब तक हवाओं की दिशा में बदलाव नहीं होता, तब तक ठंड और कोहरे का असर बना रह सकता है। 29 दिसंबर तक शीत दिवस की स्थिति जारी रहने और न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने का अनुमान है।
इसके अलावा, अगले कुछ दिनों तक सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा छाने की संभावना जताई गई है, जिससे सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित हो सकता है।
फरवरी तक लंबा खिंच सकता है ठंड का दौर
हालांकि आने वाले दो से तीन दिनों में अधिकतम तापमान में 1 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की हल्की बढ़ोतरी संभव है, लेकिन न्यूनतम तापमान स्थिर रहने से ठंड का असर कम नहीं होगा। मौसम विभाग के अनुसार, ऊपरी वायुमंडल में सक्रिय पछुआ जेट स्ट्रीम और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएं बिहार तक पहुंच रही हैं।
साथ ही ‘ला नीना’ प्रभाव के चलते इस साल ठंड का मौसम लंबा रहने के संकेत हैं। ऐसे में फरवरी तक शीतलहर और ठिठुरन बने रहने की संभावना जताई जा रही है।