बिहार में ठंड का कहर तेज: 5 दिन और कांपाएगी सर्दी, 22 जिलों में कोल्ड-डे अलर्ट

 

Bihar Weather Report: बिहार में बढ़ती ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। पछुआ हवाओं और घने कोहरे के चलते प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कंपकंपाती सर्दी पड़ रही है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले पांच दिन और भी ज्यादा मुश्किल भरे हो सकते हैं। लोगों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

रविवार को पटना समेत कई जिलों में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। राजधानी में कुछ देर के लिए हल्की धूप जरूर निकली, लेकिन वह जल्द ही बादलों में गुम हो गई। 11 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही सर्द हवाओं ने पूरे दिन ठिठुरन बढ़ाए रखी।

22 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट

मौसम विभाग ने सोमवार को राज्य के 22 जिलों के लिए कोल्ड-डे और घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, इन इलाकों में दिनभर धूप निकलने की संभावना बेहद कम है और तापमान सामान्य से नीचे बना रह सकता है। नए साल तक ठंड का असर बने रहने की आशंका जताई गई है। अगले 4 से 5 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट संभव है।

उत्तर और पूर्वी बिहार सबसे ज्यादा प्रभावित

उत्तर और पूर्वी बिहार के जिलों में ठंड का असर ज्यादा देखा जा रहा है। मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, सीवान, सहरसा, सुपौल, पूर्णिया और वाल्मीकिनगर में पूरे दिन कोल्ड-डे जैसी स्थिति बनी रही। गयाजी में घने कोहरे के कारण दृश्यता घटकर सिर्फ 50 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ।

राहत की उम्मीद कम

रविवार को मुजफ्फरपुर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सबसे कम न्यूनतम तापमान राजगीर में 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंडी हवाएं बिहार तक पहुंच रही हैं, जिससे फिलहाल ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है।

मौसम विभाग ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि आने वाले दिन ठंड के लिहाज से और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।