बारिश से दरभंगा पानी-पानी, तालाब बना मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल
 

 

बिहार के दरभंगा में दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने दरभंगा नगर निगम के सारे दावे की पोल खोलकर रख दिया है. मानसून की बारिश से लोगों को तो गर्मी से राहत मिल गई मगर दूसरी तरफ नगर निगम सहित उसके अधिकांश वार्ड जलमग्न हो गए. सभी वार्डों के सड़कों पर 1 से 2 फीट पानी लग गया है. पानी लग जाने से कई लोगों के घरों में नाली का गंदा पानी प्रवेश कर गया. जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोग तो निगम प्रशासन से पंप लगाकर पानी निकलवाने की गुहार लगा रहे हैं.

दूसरी तरफ उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एण्ड अस्पताल (DMCH) के आपातकालीन विभाग, औषधि विभाग, शिशु रोग विभाग, स्त्री रोग विभाग सहित पूरा परिसर जलमग्न हो गया है. जलजमाव की वजह से इलाज कराने पहुंचे मरीज, उनके परिजन और स्वास्थ्य कर्मियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल परिसर में चारों तरफ जलजमाव होने के कारण नाले का गंदा पानी आपातकालीन विभाग, औषधि विभाग, शिशु रोग विभाग सहित कई वार्डों में घुस गया है. जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. वहीं जलजमाव के कारण कॉलेज प्रशासन ने 5 दिनों के लिए कालेज को बंद कर क्लास को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही कॉलेज के छात्रों से कहा गया है कि जिनके हॉस्टल में पानी प्रवेश कर गया है. वे सतर्कता बरतें और सावधानीपूर्वक रहें.

दरभंगा नगर निगम कार्यालय के ठीक बगल में रहने वाले लोगों के घर में पानी प्रवेश कर गया है. उन लोगों की माने तो देर रात से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के कारण उनके घर में पानी घुस गया है. अचानक पानी प्रवेश कर जाने के कारण घर के नीचे रखे सारे सामान बर्बाद हो गए हैं. सबसे बड़ी समस्या खाना बनाने में हो रही है. 

दरभंगा नगर के भाजपा विधायक संजय सरावगी ने कहा कि मानसून आने के पूर्व जल निकासी को लेकर लाखों का योजना बनाया जाता है. नगर निगम के माध्यम से सफाई की खानापूर्ति कर दी जाती है. जिसमें करोड़ों रुपया खर्च होता है. लेकिन बिना सही मॉनिटरिंग के कारण सभी जगह जलजमाव हो जाता है. उन्होंने कहा कि जब हम लोगों की सरकार थी, तब बाढ़ आया था. उस वक्त हमलोगों ने बड़े-बड़े पंप नगर निगम से खरीदारी करवाई थी. वह पंप आज भी है. नगर निगम चाहेगा तो तुरंत पंप को चलाकर पानी को निकाल सकता है. लेकिन लापरवाही के कारण यह हाल है.