गया: निर्माणाधीन पुलिया हुई ध्वस्त, दरार आए तो ग्रामीणों ने जताया विरोध, ठेकेदार ने सेंटरिंग हटाकर तोड़ा 
 

 

गया. बिहार के गया में निर्माणाधीन पुलिया के ध्वस्त हो जाने का मामला सामने आया है. यह मामला गया जिले के बेलागंज प्रखंड अंतर्गत का है. बताया जा रहा है, कि बेला बाजार से चंदौती सड़क के चौड़ीकरण में बंसी बिगहा के पास पुलिया का निर्माण चल रहा था. पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से निर्माण कार्य चल रहा था. इस बीच बगैर फाउंडेशन के ही पुलिया की ढलाई कर दी गई. इससे पुलिया में जगह-जगह से दरारें आ गई.

बिहार में पुल गिरने के मामले आ रहे हैं. इसके बीच गया में बन रही पुलिया में दरारें आ गई. इसका निर्माण कार्य एक पखवारे पूर्व ही शुरू किया गया था. इस बीच बगैर फाउंडेशन के पुलिया की ढलाई कर दी गई थी. बीते रविवार को पुलिया ढाल दिया गया था. इसके बाद पुलिया में दरारें देखी गई, जिसका ग्रामीण विरोध करने लगे. वही, जब कई जगह पुलिया में दरारें आ गई, तो ठेकेदार द्वारा सेंटरिंग हटाकर पुलिया का ध्वस्त कर दिया गया.

निर्माणाधीन पुलिया में दरार आने के बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. ग्रामीणों का कहना है, कि बगैर फाउंडेशन के बीते रविवार को पुलिया की ढलाई कर दी गई. फिर अगले दिन से जगह-जगह पुलिया में दरार देखी गई, जिसका ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया. वही स्थिति को देखते हुए ठेकेदार ने खुद के बचाव के लिए सेंटरिंग हटाई और पुलिया को ध्वस्त कर दिया.


वहीं, इस तरह के मामले को लेकर भाकपा माले के नेता तारीक अनवर ने बड़ा आरोप लगाया है. तारीक अनवर ने कहा है, कि स्थानीय लोगों से पुलिया के घटिया निर्माण की जानकारी मिल रही थी. यह बेला बाजार से चंदौती सड़क के चौड़ीकरण में बंसी बीघा के पास पुलिया का निर्माण चल रहा था. ग्रामीणों द्वारा अनियमितता की जो बातें कही जा रही थी, वह सही थी. बगैर फाउंडेशन के पुलिया की ढलाई की गई. पुलिया की ढलाई के बाद अगले दिन से ही उसमें जगह-जगह दरारें आ गई. अब जानकारी मिल रही है, कि ठेकेदार ने सेंटरिंग हटाकर पुलिया को ध्वस्त करवा दिया है. बिहार में इस तरह के कई मामले आ रहे हैं, जब पुल ध्वस्त हो रहे हैं. ऐसे में गया में पुलिया का ध्वस्त होना भी भ्रष्टाचार का हिस्सा है. जिला पदाधिकारी और ग्रामीण कार्य विभाग मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें. इस तरह के भ्रष्टाचार को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. हम लोग इसके खिलाफ आंदोलन चलाएंगे.