पटना के एक कोचिंग संस्थान के कई ठिकानों पर GST टीम की छापेमारी, करोड़ों की गड़बड़ी का हुआ खुलासा 

 

बिहार में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर यानी की (जीएसटी) की छह टीमों ने सिविल सेवा की तैयारी कराने वाली एक कोचिंग संस्थान के कई ठिकानों पर छापेमारी की  हैं. विभाग के सूत्रों ने यह जानकारी दी.   केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) की छह टीमों ने पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित कुमार टावर में मौजूद संस्थान के मेन ऑफिस के अलावा मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में मौजूद दूसरी शाखाओं में भी एक साथ छापेमारी की है. इस छापेमारी में करोड़ों की गड़बड़ी की बात सामने आई है. 

वैसे GST के ऑडिट कमिश्नर डॉक्टर यशोवर्धन पाठक के द्वारा विभागीय करवाई में ये पाया कि बिहार में राजस्व की जो प्राप्ति हैं वो कम क्यों हो रही हैं? जिसके बाद उन्होंने अपने विभागीय समीक्षा के दौरान पाया था कि बिहार में कोचिंग संस्थान काफी बड़ी है और उससे जो राजस्व की प्राप्ति होनी चाहिए वो सरकार को नहीं मिल पा रही है. जिसके बाद  GST के ऑडिट कमिश्नर डॉक्टर यशोवर्धन पाठक के नेतृत्व में एक बड़ी करवाई की गई है. जिसमें जीएसटी की छह टीमों ने एक कोचिंग संस्थान के कई ठिकानों पर छापेमारी की हैं. 

वैसे इस छापेमारी में अभी तक 5 करोड़ की गड़बड़ी सामने आ चुकी हैं. जांच खत्म होने के बाद ये डाटा और ज्यादा बढ़ सकता है.  इसके अलावा जांच में भी ये बात सामने आई थी कि संस्थान छात्रों को स्टेशनरी सामान के अलावा नोट्स भी देता था और इसका कर नहीं जमा होता था. इसके अलावा संस्थान में सेमीनार भी आयोजित होते थे. संस्थान की तरफ से टेस्ट सीरीज, एग्जाम, मौखिक टेस्ट, माक इंटरव्यू भी होते थे. इसके लिए भी छात्रों से पैसे लिए थे और टैक्स नहीं जमा नहीं किया जाता था. इस छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. जिसमे GST को लेकर हेरफेर की बात सामने आई है. इन दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है. संस्थान की तरफ से आईटीसी में काफी गड़बड़ी की गई है और इसके सबूत भी मिलें हैं.