रेलवे ट्रैक पर Reel बनाया तो खैर नहीं, होगी करवाई, टोल-फ्री नंबर जारी
रील बनाकर फेमस होने और पैसे कमाने की चाहत और लत में आज करोड़ों लोग बुरी तरह से फंस गए हैं। गाड़ियों पर स्टंट, कभी भद्दे और अमानक गतिविधि, कभी उफनती नदी या पुल से वीडियो तो कभी चलती ट्रेन से लेकर पटरी तक खतरनाक रील बनाकर वायरल किए जा रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए प्रसाशन की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। फिर भी गलत तरीके से रील बनाने का सिलसिला थम नहीं रहा। इसे देखते हुए रेलवे ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिया है।
यात्री सुरक्षा व संरक्षित रेल परिचालन के मद्देनजर आरपीएफ मुख्यालय ने ट्रैक पर रील बनाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती करने का निर्देश आरपीएफ को दिया है। रेल लाइन की निगरानी बढ़ाने के साथ रील आदि बनाने के दौरान ट्रैक से छोड़छाड़ करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनको जेल भेजने को कहा है। कहा है कि सभी अधिकारी अपने अपने कार्यक्षेत्र में सुनिश्चित करें कि रेलवे ट्रैक पर रील बनाने की घटनाओं पर पूरी तरह से विराम लगे।
बीते सप्ताह आरपीएफ ने रील्स बनाने के लिए रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने वाले यू-ट्यूबर को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था। इसके बाद आरपीएफ मुख्यालय ने ऐसे मामलों की समीक्षा की। इसमें पाया गया कि इन दिनों ट्रेन, रेलवे ट्रैक, फूट ओवर ब्रिज (एफओबी), प्लेटफॉर्म, जंक्शन और स्टेशन पर रील्स बनाने का चलन बढ़ा है। यही नहीं, कई तरह की गैर कानूनी गतिविधियां और ट्रैक से छेड़छाड़ से संबंधित रील को चिह्नित भी किया गया। समीक्षा में बताया गया कि ऐसे लोगों की गतिविधियां यात्री सुरक्षा व संरक्षित रेल परिचालन दोनों के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करती हैं।
इससे जान-माल का नुकसान भी हो सकता है। मुख्यालय ने इससे सख्ती से निबटने का आदेश दिया है। साथ ही ट्रेन या रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने वाले यू-ट्यूबर को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। वहीं, पूर्व मध्ये रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे यू-ट्यूबर ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं हों। रेलवे सुरक्षा और संरक्षा से समझौता करने वाली किसी भी गतिविधि की सूचना तत्काल रेलवे सुरक्षा बल या रेल मदद या टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से दें।