होलिका दहन रविवार को है या सोमवार को? जान लें मुहूर्त, 24 मार्च को रहेगा भद्रा का साया

 

कल होलिका दहन है। होलिका दहन फाल्गुन मास की भद्रा रहित पूर्णिमा में रात्रिकाल में करने का विधान है। फाल्गुन की पूर्णिमा रविवार की सुबह 09:35 बजे से शुरू हो रही है और भद्रा भी उसी समय से आरंभ हो रहा है।

भद्रा रविवार की रात 11:14 बजे तक रहेगी। वहीं, 25 मार्च सोमवार को पूर्णिमा तिथि दोपहर 11:41 बजे तक ही है। इसलिए होलिका दहन का पर्व रविवार को ही मनाया जाएगा। कल सर्वार्थ सिद्धि योग में होलिका दहन होगा। होलिका मे अग्नि जलाने का विशेष महत्व होता है। इस बार होलिका जलाने का शुभ मुहूर्त रात्रि 11:14 बजे से लेकर 12:07 बजे तक ही रहेगी।

उससे पहले होलिका का दहन नहीं किया जाएगा, क्योंकि भद्रा का साया है। भद्रा जबतक रहता है, उस समय कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है। यदि गलती से कोई शुभ कार्य ही गया तो उसका परिणाम विनाशकारी होता है।

होलिका दहन पाप पर विजय के रूप में मनाई जाती है। भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी। भगवान विष्णु ने प्रह्लाद को होलिका की अग्नि में जलने से बचाया था। इसलिए यह पर्व और भी पवित्र हो जाता है।