केके पाठक ने स्कूलों में होने वाले निरीक्षण को लेकर दिया नया आदेश, कहा- जोर निरीक्षण पर नहीं बल्कि.....

 

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा लगातार नए -नए फरमान जारी किए जा रहे. वहीं एक बार फिर केके पाठक ने मंगलवार को स्कूलों में निरीक्षण को लेकर नया निर्देश जारी किया है.

शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि जब भी कोई अधिकारी / कर्मी किसी विद्यालय में निरीक्षण को जाएं तो सबसे पहले विद्यालय के सभी कमरों के ताले खोलकर उस परिसर का निरीक्षण करें. प्रधानाध्यापक को यह स्पष्ट निर्देश दिया जाए कि वह सुबह 9 बजे से पहले सभी दरवाजों के ताले खोलें और विद्यालय अवधि के बाद सभी कमरों में वापस ताले लगाएं. इसके साथ ही साथ  विद्यालय में  साफ-सफाई ठीक से हो रही है या नहीं एवं शौचालय, क्लासरूम, फर्नीचर,लाईब्रेरी की साफ-सफाई हुई या नहीं इसका भी जांच करें.

निर्देश में ये भी कहा गया है कि सरकार द्वारा भेजे गए विभिन्न उपकरण / किट (FLN कि, NCERT किट) तथा खेल हेतु भेजे गए सामग्रियों का प्रतिदिन इस्तेमाल होता है या नहीं. इसके आलावा लैब लाईब्रेरी कार्यरत है या नहीं इसका भी ठीक ढंग से जांच करें. प्रत्येक महीने के अन्त में मासिक परीक्षा, प्रत्येक सप्ताह टेस्ट और प्रत्येक दिन होमवर्क दिया जा रहा है या नहीं इसका भी ख्याल रखें. विद्यालय में कितने प्रकार के खाते हैं और उसमें कितनी राशि है इसकी भी जानकारी लें. अगर इन तमाम बिंदुओं पर जांच पूरी हो गई हो तब शिक्षक और छात्रों की उपस्थिति के बारे में जानकारी लें. 

इतना ही नहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने आगे कहा है कि जोर निरीक्षण पर नहीं बल्कि इफेक्टिव निरीक्षण पर होना चाहिए. इसके लिए प्रखंड स्तर पर ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को सक्रिय किया जाना आवश्यक है. इस यूनिट में 14 कर्मी होंगे. यदि किसी प्रखंड में अभी तक 14 कर्मी कार्यरत नहीं है तो संपर्क कर इसकी व्यवस्था करें. बीईओ अपने प्रखंड में ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को सक्रिय करें. सभी कर्मी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के नियंत्रण में होंगे.