सदाकत आश्रम से कांग्रेस की ओर कुनाल का नया सियासी सफर, गया के विकास को बताया ‘शून्य’
Patna: राजनीतिक गलियारों में एक बड़ी हलचल तब देखने को मिली जब जेडीयू के युवा नेता कुनाल अग्रवाल ने पटना स्थित सदाकत आश्रम में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद खान, मदन मोहन झा और अनुराग चंदन भी मौजूद रहे।
गया के मंत्री पर निशाना- 40 साल की सत्ता, लेकिन न विकास न योजना
कांग्रेस में शामिल होते ही कुनाल अग्रवाल ने भाजपा नेता और गया के नगर विधायक सह मंत्री डॉ. प्रेम कुमार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, "चार दशक से सत्ता में रहते हुए भी गया के हालात वही के वही हैं। ना सड़कें बनीं, ना नालियां ठीक हुईं, और ना ही कोई ढंग की योजना धरातल पर दिखी। गया आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।"
कांग्रेस को बताया बदलाव का असली विकल्प
कुनाल ने कांग्रेस को एकमात्र सच्चा विकल्प बताते हुए कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी, तो गया में हर मोहल्ले में CCTV, पक्की गलियां, साफ नालियां और बच्चों के लिए सार्वजनिक पार्क बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि "विकास सिर्फ नारों से नहीं, ज़मीन पर दिखना चाहिए।"
शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था पर जताई चिंता
कुनाल ने बिहार की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल और अस्पताल बदहाल स्थिति में हैं, जिससे गरीब लोग मजबूरी में निजी संस्थानों का रुख कर रहे हैं और वहीं लुट रहे हैं। उन्होंने कहा, "सरकारी व्यवस्था अगर ठीक हो जाए, तो आम लोगों की ज़िंदगी बेहतर हो सकती है।
ब्रेन ड्रेन पर बोले- युवाओं को वापस लाएंगे अवसर
बिहार से टैलेंट के पलायन यानी ब्रेन ड्रेन पर बोलते हुए कुनाल ने कहा कि राज्य के होनहार युवा दूसरे प्रदेशों में जा रहे हैं क्योंकि यहां अवसर नहीं है। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस की सरकार बनी तो "टैलेंट को घर पर ही पहचान और मौका मिलेगा।"
अब युवाओं और महिलाओं की आवाज़ बनूंगा
अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करते हुए कुनाल ने कहा कि वे कांग्रेस के माध्यम से युवाओं, महिलाओं और आम लोगों की आवाज़ बनेंगे। उन्होंने कहा कि उनका मकसद अब सिर्फ सियासत करना नहीं, बल्कि लोगों की ज़रूरतों को सुलझाना है। "मैं अब जिम्मेदार और सक्रिय भूमिका में रहूंगा," उन्होंने कहा।
सदाकत आश्रम से उठी ये नई सियासी लहर आने वाले समय में गया और बिहार की राजनीति में कितना असर डालेगी, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन इतना तय है कि कुनाल अग्रवाल ने कांग्रेस में आकर विरोधियों के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।