चुनाव से पहले लालू यादव का बड़ा दांव: राजद के प्रमुख प्रकोष्ठों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति, कुछ पुराने चेहरों को फिर मिली जिम्मेदारी
Patna: बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने संगठन स्तर पर बड़ा कदम उठाया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने रविवार को पार्टी के विभिन्न राष्ट्रीय प्रकोष्ठों के अध्यक्षों की नई सूची जारी कर दी है। इस सूची में जहां कुछ नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वहीं कई अनुभवी नेताओं पर फिर से भरोसा जताया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह बदलाव आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है ताकि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जा सके और सभी सामाजिक वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो।
किसे मिली कौन-सी जिम्मेदारी?
लालू यादव द्वारा जारी सूची के अनुसार:
- राष्ट्रीय महिला प्रकोष्ठ – कांति सिंह (फिर से अध्यक्ष नियुक्त)
- राष्ट्रीय युवा प्रकोष्ठ – अभय कुशवाहा
- राष्ट्रीय अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ – एमएल अली अशरफ फातमी
- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति प्रकोष्ठ – शिवचंद्र राम
- राष्ट्रीय किसान प्रकोष्ठ – सुधाकर सिंह
- राष्ट्रीय छात्र प्रकोष्ठ – प्रो. नवल किशोर
क्यों है यह बदलाव खास?
राजद सूत्रों का कहना है कि इन नियुक्तियों में सामाजिक संतुलन, जातीय समीकरण और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का खास ध्यान रखा गया है। यह फेरबदल महज नामों की अदला-बदली नहीं, बल्कि पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा है।
RJD का मानना है कि यदि हर वर्ग को नेतृत्व में हिस्सेदारी दी जाए, तो इसका सीधा असर वोट बैंक पर पड़ेगा। खासतौर पर युवा, महिला, किसान, छात्र और अल्पसंख्यक वर्गों तक पार्टी की पकड़ मजबूत करना इसकी प्राथमिकता है।
लालू यादव की सक्रियता बढ़ी
यह भी देखा जा रहा है कि हाल के दिनों में लालू यादव पार्टी मामलों में पहले से ज्यादा सक्रिय हुए हैं। इस सूची के जरिए उन्होंने साफ संकेत दे दिया है कि RJD आगामी चुनावों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती और संगठन को समय रहते दुरुस्त करना उसका पहला लक्ष्य है।
राजद के इन प्रकोष्ठों को अब अपने-अपने मोर्चों पर अभियान तेज करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि हर प्रकोष्ठ अपने वर्ग से जुड़े मुद्दों पर फोकस करे, लोगों से सीधा संवाद बनाए और RJD के पक्ष में माहौल तैयार करे।