विधानसभा के मुख्य द्वार पर विपक्ष के नेता ने किया विरोध प्रदर्शन, कहा- हम नीतीश कुमार को अंदर नहीं जाने देंगे...

 

Patna: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का चौथा दिन भी हंगामेदार रहा। विपक्षी दलों ने सत्र की शुरुआत से ही जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मुख्य गेट से लेकर सदन के अंदर तक, विरोध की गूंज सुनाई दी। कांग्रेस, राजद और अन्य विपक्षी दलों के विधायक काले कपड़े पहनकर सदन पहुंचे और “SIR वापस लो” के नारे लगाते हुए सदन की कार्यवाही रोकने की मांग की।

क्या है विपक्ष की मांग?
विपक्षी विधायक चाहते हैं कि सदन में चल रहे अन्य कामों को रोककर कम से कम एक घंटे तक SIR (सिटीजन इन्वेस्टिगेशन रजिस्टर) पर बहस हो। उनका आरोप है कि यह कानून आम नागरिकों की निजता में दखल है और सरकार इसे निगरानी के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। अगर बहस नहीं होती, तो उन्होंने सदन नहीं चलने देने की चेतावनी दी है।

गेट पर विरोध, CM को रोका गया
विपक्षी विधायकों ने विधानसभा के मेन गेट पर धरना देते हुए ऐलान किया कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सदन के अंदर नहीं जाने देंगे। हाथों में पोस्टर-बैनर लिए नेता विरोध प्रदर्शन करते रहे। माहौल तनावपूर्ण रहा लेकिन पुलिस की मौजूदगी में हालात काबू में रहे।

भाई विरेंद्र का बयान, माफी से इनकार
राजद विधायक भाई विरेंद्र ने बीते दिन सदन में “विधानसभा किसी की बपौती नहीं है” जैसे बयान दिए थे, जिसे लेकर अध्यक्ष ने उन्हें माफी मांगने को कहा था। लेकिन भाई विरेंद्र ने साफ शब्दों में कहा है कि उन्होंने कोई असंसदीय भाषा नहीं इस्तेमाल की है, इसलिए वह माफी नहीं मांगेंगे।

कांग्रेस का चुनाव आयोग पर हमला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में लाखों वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। उनका कहना है कि चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है और जरूरत पड़ी तो विपक्षी दल चुनाव बहिष्कार का रास्ता भी चुन सकते हैं।

तेजप्रताप और विजय सिन्हा की मुलाकात बनी चर्चा का विषय
इस सत्र के दौरान राजद नेता तेजप्रताप यादव और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा की मुलाकात हुई, जिसमें तेजप्रताप ने हाथ जोड़कर प्रणाम किया और विजय सिन्हा ने पीठ थपथपाकर आशीर्वाद दिया। राजनीतिक हलकों में इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है।