अब मधुबनी में निर्माणाधीन पुल का गार्डर गिरा, 10 दिन में पांचवीं घटना

 
बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला थम नहीं रहा है. शनिवार को मधुबनी जिले में उस वक्त बड़ा हादसा हो गया जब निर्माणाधीन पुल का गार्डर गिर गया. बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही गार्डर की ढलाई हुई थी. मात्र दो ही दिन में गर्डर भरभराकर गिर गया है. गर्डर गिरने की इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है
यह घटना मधेपुर प्रखंड के भेजा कोसी बांध चौक से महपतिया मुख्य सड़क ललवारही का है. जहां, एक पुल का निर्माण किया जा रहा था. गार्डर के लिए शटरिंग बनाया गया था, लेकिन तेज पानी की वजह से गार्डर भरभराकर गिर गया. जानकारी के मुताबिक, करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से 4 पिलर वाला पुल का निर्माण किया जा रहा है. जिस वक्त यह घटना हुई उस समय दो पिलर के बीच बीम ढालने के लिए शटरिंग का काम किया गया था
मधुबनी जिला के मधेपुर प्रखंड के भुतही बलान नदी में बारिश की वजह से अचानक जलस्तर बढ़ गया. नदी का जलस्तर बढ़ने से यह हादसा हुआ है. हालांकि, कुछ लोगों ने गार्डर गिरने की घटना को पुल गिरने से जोड़कर अफवाह फैला दी. जिस जगह पर यह घटना हुई उससे कुछ ही दूरी पर भारत माला प्रोजेक्ट के तहत एशिया का सबसे लंबा पुल भी बनाया जा रहा है. घटना के बाद बिहार सरकार ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर मौका मुआयना किया.
निर्माणाधीन पुल का गार्डर गिरने की इस घटना पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि 𝟗 दिन के अंदर बिहार में यह 𝟓वां पुल गिरा है. मधुबनी-सुपौल के बीच भुतही नदी पर सालों से निर्माणाधीन पुल गिरा. क्या आपको पता लगा? नहीं तो, क्यों? बूझो तो जाने?
बिहार में पिछले दस दिन में पुल से जुड़ी यह पांचवीं घटना है. इससे पहले 18 जून को अररिया में उद्घाटन से पहले ही एक पुल भरभराकर गिर गया. पुल का उद्घाटन नहीं हुआ था इसलिए उसे आम लोगों के लिए खोला नहीं गया था. 22 जून को सिवान जिले के महाराजगंज में भी एक छोटा पुल हादसे का शिकार हो गया था. इस पुल का निर्माण गंडक नहर पर किया जा रहा था. इसके बाद 23 जून को पश्चिम चंपारण जिले में बनाए जा रहे एक पुलिस का हिस्सा भरभराकर गिर गया था.