बिहार में राशन कार्ड घोटाले पर बड़ी कार्रवाई, मोतिहारी के अरेराज में 10 हज़ार फर्जी कार्ड रद्द करने की तैयारी

 

Motihari: बिहार के मोतिहारी ज़िले के अरेराज अनुमंडल में फर्जी तरीके से बनवाए गए राशन कार्ड को लेकर प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है। एसडीओ अरुण कुमार ने जांच के बाद करीब 10 हज़ार अपात्र लाभार्थियों का राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिन लोगों के कार्ड रद्द हो रहे हैं, उनमें कई ऐसे भी हैं जो इनकम टैक्स भरते हैं, लक्ष्यरी गाड़ियों के मालिक हैं, या फिर 5-5 एकड़ ज़मीन के मालिक होकर किसान सम्मान योजना का लाभ उठा रहे थे। अब इन्हें सरकारी राशन नहीं मिलेगा।

एक साथ 10 हज़ार राशन कार्ड पर गिरी गाज, प्रशासन ने भेजा नोटिस

एसडीओ की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। उन्होंने संग्रामपुर, हरसिद्धि, पहाड़पुर और अरेराज प्रखंडों के अपात्र राशन कार्ड धारकों को नोटिस भेजा है। इन सभी से कहा गया है कि 7 दिनों के भीतर वे अपने पक्ष में जवाब दें, वरना राशन कार्ड सीधे रद्द कर दिए जाएंगे।

फर्जीवाड़े का ऐसा खुलासा पहली बार

जांच के दौरान पता चला कि कई लोगों ने अपने आधार कार्ड का गलत उपयोग कर राशन कार्ड बनवा लिया था। कुछ लोग तो सरकार की योजनाओं का दोहरी मार से फायदा उठा रहे थे एक ओर किसान सम्मान निधि का पैसा, दूसरी ओर मुफ्त राशन।

एसडीओ अरुण कुमार ने बताया: जिन लोगों के पास लाखों की संपत्ति है, बड़ी गाड़ियां हैं, वे भी ग़रीबों के हक का राशन ले रहे थे। हमने आधार लिंकिंग के ज़रिए पूरा फर्जीवाड़ा पकड़ लिया है।

अब क्या होगा इन अपात्र लाभार्थियों का?

यदि नोटिस का जवाब सही नहीं आया तो इन लोगों के राशन कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे और भविष्य में सरकारी योजनाओं से बाहर भी किया जा सकता है। कुछ मामलों में कानूनी कार्रवाई की भी संभावना है।

सरकार को करोड़ों का नुकसान, अब होगी वसूली?

जानकारों का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े से सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। अगर जांच आगे बढ़ी, तो न सिर्फ राशन कार्ड रद्द होंगे, बल्कि अब तक मिले सरकारी लाभ की वसूली भी हो सकती है।

लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को ऐसे मामलों में और सख्ती करनी चाहिए, ताकि असली ज़रूरतमंदों को ही योजनाओं का लाभ मिल सके।