इंडिगो मैनेजर रुपेश सिंह को किसी ने नहीं मारा? हत्या के सारे आरोपी कोर्ट से बरी

 

इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या मामले में कोर्ट ने ऋतुराज समेत सभी चार आरोपियों को बरी कर दिया है। पटना सिविल कोर्ट के एडीजे-9 अविनाश कुमार ने सबूत के अभाव में फैसला सुनाया है।

पटना में रुपेश सिंह की 12 जनवरी 2021 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन पर हमला तब हुआ था, जब वो पटना एयरपोर्ट से ड्यूटी खत्म कर पुनाइचक स्थित अपने घर पहुंचे थे।

रुपेश हत्याकांड में नामजद चारों आरोपियों के खिलाफ 350 पन्ने का चार्जशीट दाखिल की गई थी। ताकि, आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके। लेकिन, पुलिस साक्ष्य नहीं जुटा पाई। जिसके बाद लोअर कोर्ट ने सभी चारों आोरपियों को बरी कर दिया।

इस मामले में पटना पुलिस का दावा था कि नवंबर 2020 में रोड रेज के मामले में ऋतुराज के साथ रुपेश सिंह की कहासुनी हुई थी। बात हाथापाई तक पहुंच गई थी। इस मामले में बदला लेने के लिए ऋतुराज ने हत्या की प्लानिंग की।

योजना के तहत उसने 12 जनवरी को ड्यूटी से लौटने के बाद अपने सहयोगी सौरभ, छोटू और आर्यन के साथ मिलकर रुपेश को उसके अपार्टमेंट के नीचे ही गोली मार दी थी। पटना पुलिस ने कोर्ट में रोड रेज की थ्योरी को ठीक से रख नहीं पाई।

ऋतुराज सिंह को पटना पुलिस ने सबसे पहले 2 फरवरी 2021 को गिरफ्तार किया था। फिर 24 मार्च 2021 को सौरभ की गिरफ्तारी हुई थी। पुलिस के बढ़ते दबाव की वजह से तीसरे आरोपी छोटू ने 5 अप्रैल 2021 कोर्ट में खुद को सरेंडर कर दिया था।

इस मामले में चौथे आरोपी आर्यन जायसवाल फरार चल रहा था। कभी वेस्ट बंगाल, कभी दिल्ली तो कभी हरिद्वार में अपना ठिकाना बदल रहा था। लगातार फरार रहने की वजह से 13 जून 2021 को ही पुलिस ने कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी की थी।

ऑफिस से लौटने के बाद अपार्टमेंट के गेट पर ही घात लगाए बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें एक के बाद एक 6 गोलियां मारी थीं। गंभीर हाल में उन्हें आनन-फानन में पारस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।

घटना के बाद ये कहा गया था कि रोड रेज में हत्या की गई है, जिसमें ऋतुराज नाम के शख्स के साथ तीन और लोग शामिल थे। पटना पुलिस ने ऋतुराज के अलावा छोटू, सौरभ और आर्यन को आरोपित बनाते हुए गिरफ्तार किया था।