नवादा में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, एंबुलेंस नहीं मिलने पर बेटा मां को ठेले पर लेकर पहुंचा अस्पताल 

 

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बेहाल है. अस्पतालों में इलाज तो दूर मरीजों को एंबुलेंस तक की सुविधा नहीं मिल रही है. जी हां एक ऐसा ही मामला नवादा के से सामने आया है जहां एक मां को उसका बेटा  एंबुलेंस नहीं मिलने पर अस्पताल ठेले पर लेकर पहुंचा. अस्पताल पहुंचने के बाद भी मरीज के परिजन काफी देर तक परेशान रहे क्योंकि ना तो समय पर स्ट्रेचर ही मिला और ना ही कोई डॉक्टर महिला को देखने ही पहुंचा. 

दरअसल ये मामला नवादा के सदर अस्पताल से सामने आया है. शहर के कलाली रोड निवासी सिरोमनी देवी को तेज बुखार था जिसके कारण वह चलने में असमर्थ थी. लेकिन उसे एंबुलेंस नहीं मिला पाया. परिजन काफी देर तक एंबुलेंस के लिए टॉल फ्री नंबर पर कॉल करते रहे. लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं मिला. उसके बाद मां की हालत ज्यादा खराब होता देख बेटा श्रवण वरनवाल ने पड़ोसियों की मदद से हाथ ठेले पर मां को अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल पहुंचने के बाद भी मरीज के परिजन काफी देर तक परेशान रहे क्योंकि ना तो समय पर स्ट्रेचर ही मिला और ना ही कोई डॉक्टर महिला को देखने ही पहुंचा था.

काफी देर के बाद डॉक्टर ने उस महिला का उपचार शुरू किया। वैसे मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए नवादा सदर अस्पताल के चिकित्सक ने उसे पावापुरी वीम्स रेफर कर दिया. वैसे स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था और एंबुलेंस की कमी के कारण ये बुजुर्ग महिला मरते- मरते बची है. वैसे स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिए लगातार बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन इन दावों की जमीनी हकीकत नवादा में जाकर दम तोड़ देती है.