सीमा पर सुरक्षा के साथ सेवा भी: भिखनाठोरी में SSB 44वीं वाहिनी का निःशुल्क चिकित्सा शिविर, 138 ग्रामीणों को मिला इलाज

 

Bihar News: इंडो-नेपाल सीमा की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने वाली एसएसबी 44वीं वाहिनी, नरकटियागंज ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ सरहद की रखवाली तक सीमित नहीं है, बल्कि सीमावर्ती समाज के प्रति अपने सामाजिक दायित्वों को भी पूरी निष्ठा से निभा रही है। इसी क्रम में सोमवार को “ए” समवाय भिखनाठोरी द्वारा वाइब्रेंट विलेज भिखनाठोरी में निःशुल्क मानव चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।

इस स्वास्थ्य शिविर में सहायक चिकित्सा अधिकारी कुंदन जसवाल ने सीमावर्ती गांव के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य जांच की। जांच के बाद मरीजों को निःशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया। साथ ही ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए खानपान और रहन-सहन में जरूरी बदलाव को लेकर भी जागरूक किया गया।

एसएसबी के नागरिक कल्याण कार्यक्रम के तहत आयोजित इस शिविर में कुल 138 लोगों की जांच की गई, जिनमें 71 पुरुष, 46 महिलाएं और 21 बच्चे शामिल थे। ग्रामीणों ने बताया कि दुर्गम इलाके में ऐसे शिविर उनके लिए किसी राहत से कम नहीं हैं, क्योंकि यहां तक नियमित चिकित्सा सुविधाएं पहुंचना आसान नहीं होता।

एसएसबी अधिकारियों ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा और जागरूकता से जुड़े ऐसे कार्यक्रम लगातार चलाए जाते रहेंगे, ताकि लोगों को न केवल सुरक्षा का भरोसा मिले, बल्कि बेहतर जीवन की दिशा में भी सहयोग मिल सके। शिविर के सफल आयोजन से भिखनाठोरी गांव में एसएसबी की इस पहल की सराहना की जा रही है।