गया में नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की हुई बैठक, 27 कार्ययोजनाओं पर विस्तृत रूप से हुई चर्चा
 

Report: Dhiraj Sinha ( Gaya) 
 

गया में सोमवार को नगर निगम सभागार में मेयर वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में सशक्त स्थायी समिति की बैठक हुई। जिसमें मेयर द्वारा 27 कार्ययोजनाओं पर विस्तृत रूप से चर्चा किया गया। बैठक का संचालन समिति के सदस्य अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने किया। 

मुख्यरूप से पितृपक्ष मेला को लेकर कई अहम फैसले सदस्यों ने लिए। जिससे पितृपक्ष मेला क्षेत्र चकाचक दिखने के लिए आउट सोर्सिंग के माध्यम से सफाई करने के लिए सदन में सर्व सहमति से निर्णय लिया गया। आउट सोर्सिंग के माध्यम से मेला क्षेत्र के 32 दिनों तक साफ-सफाई की जाएगी। जिसमें नगर निगम का एक करोड़ 51 लाख 90 हजार रुपये खर्च होगा। मेयर ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए आउट सोर्सिंग के तहत साफ-सफाई का काम किया जाएगा। जिससे तीर्थयात्रियों को किसी तरह के परेशानी नहीं हो। बैठक में डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, विनोद कुमार यादव, मनोज कुमार, धमेंद्र कुमार, चुन्नू खान, स्वर्णलता वर्मा, तब्सुम परवीन आदि मौजूद थे।

इतना ही नहीं इस बैठक में शहर में प्रकाश व्यवस्था को लेकर भी चर्चा हुई. जिसमें सशक्त स्थायी समिति के सदस्य सह पूर्व डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ ने कहा कि शहर में 20 हाई मास्क लाइट लगाई जाएगी। प्रत्येक लाइट 16 मीटर लंबा होगा। साथ ही गयाजी डैम स्थित माता सीता पथ पर भी एलईडी लाइट लगेगा। वहीं चांद-चौरा मोड़ से लेकर विष्णुपद मंदिर तक रोप लाइट लगेगा। जिससे शहर देखने में सुंदर लगे। इसके अलावा रोप प्रमुख पथों पर भी लगाई जाएगी।

वैसे शहर की साफ-सफाई को लेकर कई उपकरण खरीदने के निर्णय सदस्यों द्वारा लिए गए। जिसमें 212 पीस हाथ ठेला, 175 पीस रिक्शा ठेला एवं ट्राई साइकिल लेने का निर्णय लिया गया। वहीं सफाईकर्मियों को वार्ड में हाजरी बनाने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगाने का भी निर्णय लिया गया। जिससे शहर की सफाई पूरी तरह से हो सके। वहीं आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए एनिमल कैचर वाहन खरीदने का निर्णय लिया गया।

गया शहर में स्थित तालाबों की सुंदरीकरण करने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया। सुंदरीकरण कार्य मानपुर स्थित सूर्य पोखरा एवं गोदावरी सरोवर से किया जाएगा। वहीं शहर को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सदन में बल दिया गया। जिसके लिए शहर के कई स्थानों पर यंत्र लगाने का निर्णय लिया गया।