तेजप्रताप यादव ने RJD से बनाई दूरी, परिवार के सदस्यों को किया अनफॉलो, नई सियासी हलचल

 

Patna: बिहार की राजनीति में एक बार फिर तेज हलचल देखने को मिल रही है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और हसनपुर से विधायक तेजप्रताप यादव ने अब अपने कदमों से यह साफ कर दिया है कि वह धीरे-धीरे पार्टी और परिवार से दूरी बना रहे हैं।

सोशल मीडिया पर बड़ा कदम, परिवार के सदस्यों को किया अनफॉलो

तेजप्रताप यादव ने शुक्रवार को एक्स (पहले ट्विटर) पर RJD के आधिकारिक अकाउंट समेत अपनी बड़ी बहन मीसा भारती, बहन राज लक्ष्मी यादव, हेमा यादव और परिवार के अन्य सदस्यों को अनफॉलो कर दिया। अब वह सिर्फ 6 लोगों को ही फॉलो कर रहे हैं। जिनमें शामिल हैं लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, अभिनेता रितेश देशमुख, समाजवादी नेता अखिलेश यादव और उनकी टीम का ऑफिशियल हैंडल। पहले वे 14 लोगों को फॉलो करते थे। अब फॉलोइंग लिस्ट में पार्टी के बड़े नेताओं और बहनों का नाम न होना, इस ओर इशारा कर रहा है कि तेजप्रताप अब खुलकर अपने रास्ते पर आगे बढ़ना चाहते हैं।

नई पार्टी और पुराने रिश्तों से दूरी

यह कोई पहली बार नहीं है जब तेजप्रताप ने ऐसा कदम उठाया हो। इससे पहले उन्होंने अपनी गाड़ी से आरजेडी का झंडा हटा लिया था और अपनी नई पार्टी भी बना ली थी। “एलओआर (Love Of Republic)”। हालांकि अब तक उन्होंने इस पार्टी को लेकर कोई ठोस राजनीतिक गतिविधि शुरू नहीं की है।

सपने में आए PM मोदी, BJP से मिला ऑफर?

तेजप्रताप ने हाल ही में एक और चौंकाने वाली बात शेयर की थी। उन्होंने एक फोटो के साथ पोस्ट लिखा कि उनके सपने में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए और BJP में शामिल होने का ऑफर दिया। तेजप्रताप ने जवाब में लिखा –"मेरे पास अपनी पार्टी है, आप ही हमारी पार्टी से जुड़ जाइए। हम वो हैं जो सपने में भी विचार नहीं बेचते।" यह पोस्ट उस वक्त सामने आई जब तेजप्रताप ने बिहार विधानसभा के बाहर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा से मुलाकात की थी। इसके बाद सियासी अटकलों को और हवा मिल गई।

क्या परिवार और पार्टी से पूरी तरह अलग हो रहे तेजप्रताप?

तेजप्रताप यादव का यह नया कदम, उनके पुराने तेवरों की याद दिलाता है। जब वे सार्वजनिक मंचों पर अपने भाई तेजस्वी या पार्टी के फैसलों से असहमति जताते रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अभी भी लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को अनफॉलो नहीं किया है। जो बताता है कि परिवार से पूरी दूरी अभी नहीं बनी है, लेकिन खटास गहराती दिख रही है।

बिहार की राजनीति में तेजप्रताप का यह ‘डिजिटल फैसला’ क्या आने वाले चुनावों की भूमिका बना रहा है? क्या तेजप्रताप BJP के करीब जा रहे हैं या अपनी अलग राह मजबूत कर रहे हैं? फिलहाल इतना तय है तेजप्रताप यादव फिर से चर्चा में हैं, और उनकी हर पोस्ट, हर अनफॉलो अब खबर बन चुकी है।