Two Voter ID Disputes: चुनाव आयोग ने जेडीयू MLC दिनेश सिंह और लोजपा सांसद वीणा देवी को भेजा नोटिस, 16 अगस्त तक जवाब तलब

 

Patna: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बिहार की सियासत में नया बवाल खड़ा हो गया है. आरोप है कि जेडीयू के विधान पार्षद दिनेश सिंह और लोजपा (राजगुट) की सांसद वीणा देवी के पास दो-दो वोटर आईडी कार्ड (EPIC नंबर) हैं. इस पर निर्वाचन आयोग ने तुरंत संज्ञान लेते हुए दोनों नेताओं को नोटिस भेजा है और 16 अगस्त शाम 5 बजे तक लिखित और शपथपत्र के साथ जवाब देने को कहा है.

आयोग ने साफ किया कि देश में “वन पर्सन, वन वोट” का सिद्धांत 1951-52 से लागू है और कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा जगह वोटर के तौर पर पंजीकृत नहीं हो सकता.

तेजस्वी यादव का आरोप- ‘वोट घोटाला’
मामला उस समय तूल पकड़ा जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि दिनेश सिंह और वीणा देवी दोनों के नाम अलग-अलग विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों की वोटर लिस्ट में दर्ज हैं. उन्होंने इसे “वोट घोटाला” करार देते हुए कहा कि यह चुनाव प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ है और इसकी गंभीर जांच होनी चाहिए.

तेजस्वी के मुताबिक, जेडीयू नेता दिनेश सिंह के नाम पर दो जिलों में, दो अलग-अलग सीटों पर वोटर एंट्री है. उन्होंने सवाल उठाया कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान दो बार फॉर्म भरने और साइन करने के बाद भी यह गड़बड़ी कैसे छिपी रही.

वीणा देवी की सफाई
दूसरी ओर, सांसद वीणा देवी ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि उनका पैतृक गांव साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र में है और वे वहीं मतदान करती हैं. पहले उनका नाम मुजफ्फरपुर में भी दर्ज था, लेकिन उन्होंने एक साल पहले ही नाम कटवाने के लिए आवेदन दे दिया था. उन्होंने इस त्रुटि को चुनाव कर्मियों की लापरवाही बताया और कहा कि इसमें उनकी कोई गलत मंशा नहीं थी.

अब देखना होगा कि 16 अगस्त तक दोनों नेताओं का क्या जवाब आता है और चुनाव आयोग इस पूरे विवाद पर क्या कदम उठाता है.