विभाग सख्त, 67 हजार शिक्षक क्यों नहीं बना रहे ऑनलाइन हाजिरी, अब रोका जाएगा वेतन

 

बिहार के 38 जिलों में स्थित सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था शुरू हुए 2 महीने से अधिक हो चुका है इसके बाद भी लगभग 67000 शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी नहीं बना रहे हैं इसको लेकर शिक्षा विभाग के स्तर पर लगातार निगरानी हो रही है ऐसे में ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाने वाले शिक्षकों को चेतावनी दी जा रही है इसके बाद भी यदि ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाते हैं तो उनके खिलाफ वेतन रोकने जैसी कार्रवाई की जाएगी.

शिक्षा विभाग के राज्य परियोजना निदेशक कार्तिकेय धनजी के अनुसार शिक्षकों की हाजिरी को लेकर जांच की जाएगी इस दौरान तकनीकी समस्या के साथ ही रिटायरमेंट का समय अनहोनी की शिक्षकोष पोर्टल में अंकित टीचरों के नाम स्कूल में कमी सहित उन बिंदुओं पर जांच होगी विभाग की ओर से 25 जून की ऑनलाइन हाजिरी की शुरुआत की गई थी

शिक्षक स्कूल के 500 मीटर के दायरे में रहते हुए इस शिक्षा पोस्ट पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी बना सकते हैं हाजिरी के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया गया है इसके बाद भी ऑनलाइन 80 से 85% शिक्षक ही ऑनलाइन हाजिरी बना रहे हैं इसको लेकर पहले भी शिक्षकों को चेतावनी दी जा चुकी है अब इसकी जांच की जाएगी कि हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इंटरनेट सेवा में कमी की वजह से कई जगह पर शिक्षकों को हार्दिक बनाने में दिक्कत हो रही है राजकीय ऐसा कहीं जिला नहीं है जहां पर 93% से अधिक शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी बनाई है शिक्षा विभाग के मुताबिक शहरी क्षेत्र में ऑनलाइन हाजिरी बनाने वालों की संख्या ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा अधिक है इसकी वजह से स्कूलों की मॉनिटरिंग के साथ ही अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है

सरकारी स्कूलों के शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी क्यों नहीं बना रहे हैं इसकी जांच होगी हाजिरी नहीं बनाने वाले सीटों के रिटायरमेंट की शिक्षा कोष पोर्टल पर टीचर एवं स्कूल के संबंध में गलत रिकॉर्ड को भी ध्यान में रखकर जांच की जाएगी यह भी जांच होगी क्या टीचर पोर्टल पर अंकित स्कूल की जगह दूसरी जगह पर पोस्ट तो नहीं है या फिर उनके स्कूल और नाम के स्पेलिंग गलती की गई है जिससे की हाजिरी लगाने में दिक्कत हो रही है

शिक्षक संघ के अनुसार शिक्षा विभाग के शिक्षकोष पर सरवर और एक में तकनीकी खराबी सरवर की समस्याएं आ रही है इस इच्छा कोष अप में समस्या सबसे अधिक आ रही है आश्चर्य की बात तो यह है कि कई स्कूल के शिक्षकों का लोकेशन सीधे जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय दिख रहा है शिक्षक संघ बिहार के अध्यक्ष केशव कुमार बताते हैं कि विभाग को इन समस्याओं का पहला समाधान करना चाहिए ताकि शिक्षक हाजिरी बना सके