PNB घोटाला: भगोड़े नीरव मोदी को बड़ा झटका, सिंगापुर में 44 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त

तकरीबन साढ़े 13 हजार करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्यारोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को बड़ा झटका लगा है. मंगलवार (दो जुलाई, 2019) को सिंगापुर हाईकोर्ट ने उसकी 44.41 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का आदेश दे दिया. भगोड़े मोदी के खिलाफ यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की… Read More »PNB घोटाला: भगोड़े नीरव मोदी को बड़ा झटका, सिंगापुर में 44 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त
 

तकरीबन साढ़े 13 हजार करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्यारोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को बड़ा झटका लगा है. मंगलवार (दो जुलाई, 2019) को सिंगापुर हाईकोर्ट ने उसकी 44.41 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का आदेश दे दिया. भगोड़े मोदी के खिलाफ यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दरख्वास्त पर की गई है.

‘पीटीआई-भाषा’ की एक रिपोर्ट में ईडी के हवाले से कहा गया कि नीरव मोदी की बहन और बहनोई के सिंगापुर में जमा 44 करोड़ रुपए को वहां के हाईकोर्ट ने जब्त करने के आदेश दिए हैं. ‘एएनआई’ के अनुसार, हाईकोर्ट ने जिस 44.41 करोड़ रुपए की रकम को फ्रीज करने का आदेश दिया है, वह ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड स्थित पवेलियन प्वॉइंट कॉर्प कंपनी के खाते में रखी गई थी और इस कंपनी के मालिक भगोड़े हीरा कारोबारी के बहनोई मयंक मेहता और बहन पूर्वी मोदी हैं.

इससे पहले, ईडी ने ज्यूरिक में नीरव मोदी और बहन पूर्वी मोदी के छह बैंक खातों को अटैच किया था, जिसके बाद से अब तक ज्यूरिक व सिंगापुर में भगोड़े हीरा कारोबारी के लगभग 10 खाते अटैच किए जा चुके हैं. बता दें कि मोदी ने लंदन पहुंचने से पहले सिंगापुर की नागरिकता पाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन वहां के अधिकारियों ने उसे खारिज कर दिया था. फिलहाल मोदी लंदन की जेल में है, जिससे पहले कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. पीएनबी घोखाधड़ी मामले में वह और मेहुल चोकसी मुख्यारोपी हैं.

बैंक फ्रॉड केस में CBI का शिकंजा, देश भर में हुई छापेमारीः इसी बीच, देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को बैंक फ्रॉड मामले में देश के 12 राज्यों के लगभग 18 शहरों में करीब 50 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी अभियान चलाया. सीबीआई ने इस दौरान आरोपियों के खिलाफ 14 मामले भी दर्ज किए, जिनमें कंपनियां/फर्म, उनके प्रमोटर्स व निदेशकों के साथ बैंक अधिकारी शामिल रहे.