जेएनयू के सहायक प्रोफेसर का हुआ अपहरण
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के शिक्षक निकाय ने रविवार को आरोप लगाया कि एक सहायक प्रोफेसर का लोगों के एक समूह ने कई घंटों तक अपहरण कर लिया था. दरअसल सहायक प्रोफेसर का अपहरण सड़क पर यातायात संबंधी विवाद के बाद किया गया. जेएनयूटीए के आरोप के मुताबिक अपहरण के बाद सहायक प्रोफेसर को शारीरिक हमले, धमकी और वसूली का शिकार होना पड़ा. हालांकि, इस घटना को लेकर अभी पुलिस का बयान नहीं आया है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने शनिवार को बयान जारी करके आरोप लगाया कि 17-18 जून की रात को प्रोफेसर पर ‘लंबे समय तक हिंसक हमला’ किया गया। ख़बरों के मुताबिक ये घटना सड़क यातायात विवाद के कारण हुई. जेएनयू शिक्षक संघ ने ये भी बताया कि प्रोफेसर शरद बाविस्कर ने 18 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात की जिसके बाद उनका जबरन अपहरण कर लिया गया.
बयान में कहा गया ‘‘ दिल्ली स्थित एक मकान में उन्हें ले जाया गया, जहां उन्हें तीन घंटे से अधिक समय तक कैद करके रखा गया. जब सहायक प्रोफेसर ने मुक्त होने के लिए अपने अपहरणकर्ताओं को तर्क देने की कोशिश की, तो उन्हें मौखिक दुर्व्यवहार, शारीरिक हमला, धमकी और जबरन वित्तीय वसूली का शिकार होना पड़ा.’’ वहीं पुलिस ने अभी तक इस मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
जेएनयूटीए ने उम्मीद जताई कि दिल्ली पुलिस “दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ लेगी” और प्रोफेसर बाविस्कर और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.