Anant Singh: मोकामा हत्याकांड में अनंत सिंह से पूछताछ जारी, बोले- “मैं आगे था, पीछे क्या हुआ पता नहीं”
Bihar news: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोकामा हत्याकांड ने सियासत को हिला कर रख दिया है। जन सुराज प्रत्याशी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जेडीयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह अब कानून के शिकंजे में हैं। पटना पुलिस की रंगदारी सेल में उनसे घंटों पूछताछ की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद शुरुआती बयान में अनंत सिंह ने खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा- “मैं काफ़िले में सबसे आगे था, लगभग 40-50 गाड़ियाँ आगे निकल चुकी थीं। पीछे क्या हुआ, मुझे नहीं पता। मुझे घटना की कोई जानकारी नहीं है।”
बाढ़ से देर रात गिरफ्तार, आवास बना किला
गुरुवार की वारदात के करीब 60 घंटे बाद पुलिस ने अनंत सिंह को बाढ़ के कारगिल मार्केट इलाके से गिरफ्तार किया। इस दौरान पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा खुद मौके पर मौजूद थे। उनके नेतृत्व में लगभग 150 पुलिसकर्मियों ने पूरे इलाके को घेर लिया। बताया जा रहा है कि अनंत सिंह का घर किसी किले में तब्दील था, जहां सौ से अधिक समर्थक मौजूद थे। पुलिस ने सभी को हटाकर अनंत सिंह को हिरासत में लिया। रविवार शाम चार बजे उन्हें पटना के एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया। इससे पहले लगभग 16 घंटे तक रंगदारी सेल में पूछताछ चली।
पूछताछ में अनंत की सफाई- “मुझे फंसाया जा रहा है”
सूत्रों के अनुसार, अनंत सिंह पूरी रात जागते रहे और कई बार अपने समर्थकों से मिलने की अनुमति मांगी, लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया। पूछताछ के दौरान वे बार-बार यही दोहराते रहे कि “यह राजनीतिक साज़िश है, मैं घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।” वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जांच में यह साबित हुआ है कि अनंत सिंह घटना के वक्त मौके के आसपास थे। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बयान दिया- “दुलारचंद यादव की हत्या के दौरान अनंत सिंह वहीं मौजूद थे। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।”
डीजीपी बोले-“80 से ज्यादा गिरफ्तारियां, किसी को नहीं मिलेगी राहत”
राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि दुलारचंद यादव की मौत तथ्य है। दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प और गोलीबारी की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा, “अब तक 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हथियारों की बरामदगी और फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया जारी है।” वहीं, पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने सख्त लहजे में कहा, “कानून से ऊपर कोई नहीं। मोकामा की यह घटना बेहद गंभीर है, और दोषियों को हर हाल में सज़ा मिलेगी।”
सियासी असर- क्या मोकामा की जंग अब कोर्ट तक पहुंचेगी?
अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने मोकामा के चुनावी माहौल को और भी संवेदनशील बना दिया है। पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है और पूरे टाल क्षेत्र में गश्त तेज़ कर दी गई है। अब सबकी निगाहें अदालत और जांच टीम पर हैं क्या अनंत सिंह की सफ़ाई उन्हें राहत दिला पाएगी या मोकामा की यह खून-रंजित सियासत उनकी साख पर भारी पड़ेगी?