Chandan Mishra Murder Case: कोर्ट में पेशी के बाद तीन आरोपी बेऊर जेल शिफ्ट, पुलिस रिमांड की तैयारी
Bihar Crime Report: बिहार के चर्चित चंदन मिश्रा हत्याकांड में मंगलवार को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों—बलवंत, रविरंजन और अभिषेक—को कड़ी सुरक्षा के बीच आरा जेल से पटना सिविल कोर्ट लाया गया, जहां उनकी पेशी हुई। कोर्ट परिसर और आसपास भारी पुलिस बल की तैनाती रही, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। पेशी के दौरान आरोपी बलवंत को वॉकर के सहारे चलते हुए देखा गया, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
कोर्ट में आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद तीनों आरोपियों को आरा जेल से हटाकर पटना के बेऊर केंद्रीय कारागार में शिफ्ट कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, बेऊर जेल में इन्हें हाई सिक्योरिटी में रखा गया है और हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
इस बीच पुलिस अब आरोपियों को रिमांड पर लेकर एक साथ पूछताछ की तैयारी में है। पटना पुलिस शेरू सिंह, तौसीफ उर्फ बादशाह, बलवंत, रविरंजन और अभिषेक को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करना चाहती है, ताकि हत्याकांड की पूरी साजिश की परतें खोली जा सकें। अब तक हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार बरामद नहीं हो सके हैं। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान हथियारों की बरामदगी और अन्य अहम जानकारियां मिल सकती हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले 16 दिसंबर को पुलिस ने कुख्यात अपराधी शेरू सिंह को पश्चिम बंगाल से पटना लाकर बेऊर जेल में बंद किया था। जांच में शेरू सिंह को इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया गया है। गिरफ्तार शूटरों और अन्य आरोपियों की पूछताछ में उसका नाम सामने आया था। पुलिस ने कोर्ट में इस केस से जुड़े कई मजबूत सबूत पेश किए हैं, जिनमें एफएसएल रिपोर्ट, फेस मैचिंग रिपोर्ट, डिजिटल साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज शामिल हैं। इस मामले में करीब एक हजार पन्नों की केस डायरी और लगभग सौ पन्नों की चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह हत्या दो गैंगस्टरों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा थी।
चंदन मिश्रा की हत्या 17 जुलाई को पटना के पारस अस्पताल में हुई थी। वह बवासीर के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था। उसी दौरान पांच हथियारबंद अपराधी अस्पताल के वार्ड में घुसे और महज 30 सेकेंड के भीतर उसे गोली मारकर फरार हो गए। इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें सभी आरोपी साफ नजर आए थे।
चंदन मिश्रा बक्सर जिले का रहने वाला था और अपराध की दुनिया में एक बड़ा नाम माना जाता था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण और रंगदारी से जुड़े दर्जनों मामले दर्ज थे। पुलिस के मुताबिक, पैसों और वर्चस्व को लेकर उसका अपने पुराने साथी शेरू सिंह से विवाद हो गया था, जिसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए। जांच एजेंसियों का मानना है कि इसी दुश्मनी ने अंततः चंदन मिश्रा की हत्या की नींव रखी।
फिलहाल पुलिस रिमांड और आगे की पूछताछ पर सबकी नजर टिकी है, क्योंकि इससे इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड से जुड़े कई और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।