पिता बना बेटी के सुहाग का दुश्मन, अंतरजातीय शादी से नाराज होकर दामाद को उतारा मौत के घाट
Darbhanga: बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (DMCH) परिसर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक पिता ने अपनी ही बेटी के पति को सरेआम गोली मार दी। पूरी घटना का LIVE वीडियो सामने आया है, जिसमें आरोपी की बाद में गुस्साई भीड़ द्वारा पिटाई भी देखी जा सकती है।
हॉस्टल गेट पर तान दी बंदूक, दामाद को मारी गोली
घटना मंगलवार की है, जब B.Sc नर्सिंग का छात्र राहुल, जो DMCH हॉस्टल में रहता था, हमेशा की तरह बाहर निकला। उसी वक्त सहरसा जिले के बनगांव से आए प्रेम शंकर झा, जो राहुल के ससुर हैं, ने हॉस्टल के गेट पर ही उसके सीने में गोली मार दी। राहुल वहीं गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया।
बेटी का बयान
घटना के बाद राहुल की पत्नी तनु प्रिया, जो खुद मौके पर मौजूद थीं, ने पुलिस को अपना बयान देते हुए भावुक होकर कहा: मेरे सामने मेरे पापा ने मेरे पति को गोली मारी। वो मेरी गोद में गिर पड़ा। मैंने तुरंत मम्मी, भाई और बहन को फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। तनु ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी अंतरजातीय शादी को परिवार ने कभी स्वीकार नहीं किया। शादी के बाद से घरवालों का व्यवहार लगातार टकरावपूर्ण रहा।
LIVE वीडियो में दिखा गुस्से का उबाल
घटना के तुरंत बाद जैसे ही आरोपी प्रेम शंकर झा को पहचान लिया गया, DMCH हॉस्टल के छात्रों और आसपास मौजूद युवकों ने उन्हें घेर लिया। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भीड़ ने उनकी जमकर पिटाई की, लात-घूंसे बरसाए, और उनके हाथ से देशी कट्टा छीन लिया। प्रेम शंकर झा जमीन पर गिर पड़े लेकिन भीड़ का गुस्सा थमता नहीं दिखा।
आरोपी की बेटी ने अपने पूरे परिवार पर लगाए गंभीर आरोप
तनु प्रिया ने न सिर्फ अपने पिता बल्कि भाई, मां और बहन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, मेरे घरवालों को मेरी शादी से नफरत थी। उन्होंने कभी स्वीकार नहीं किया कि मैं अपनी मर्जी से शादी करूं। आज उन्होंने मेरी जिंदगी तबाह कर दी।
फिलहाल राहुल की हालत गंभीर, पुलिस जांच में जुटी
घायल राहुल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपी प्रेम शंकर झा को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है। घटनास्थल से देशी कट्टा और एक खोखा भी बरामद हुआ है।
क्या बोले अफसर?
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि, घटना काफी गंभीर है। पारिवारिक रंजिश के साथ-साथ यह समाज में जातीय सोच के प्रभाव की भी चिंताजनक तस्वीर है। हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं।