200 करोड़ रु का टैक्स चोर टेंपो चालक चार बंगलों का मालिक,छापेमारी करने पहुंची टीम तो मौके पर मिली टपकती हुई छत!

क्या कोई ऑटो ड्राइवर 200 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर सकता है? आप कहेंगे ऐसा तो कभी हो ही नहीं सकता. लेकिन ऐसा हुआ.गुजरात के भरूच में रहने वाला टेंपो चालक सुरेश गोहिल उस समय हैरान हो गया, जब जीएसटी विभाग की टीम ने छापा मारा. 200 करोड़ रुपये के स्कैम को लेकर छापेमारी… Read More »200 करोड़ रु का टैक्स चोर टेंपो चालक चार बंगलों का मालिक,छापेमारी करने पहुंची टीम तो मौके पर मिली टपकती हुई छत!
 

क्या कोई ऑटो ड्राइवर 200 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर सकता है? आप कहेंगे ऐसा तो कभी हो ही नहीं सकता. लेकिन ऐसा हुआ.गुजरात के भरूच में रहने वाला टेंपो चालक सुरेश गोहिल उस समय हैरान हो गया, जब जीएसटी विभाग की टीम ने छापा मारा. 200 करोड़ रुपये के स्कैम को लेकर छापेमारी करने गई टीम खुद हैरानी में थी. छत टपक रही थी और घर के अंदर बारिश का पानी आ रहा था. घर में खाने का सामान जुटाने के लिए भी परिवार को जद्दोजहद करनी पड़ रही थी. झुग्गी में रहने वाले सुरेश को पता भी नहीं था कि उसके नाम पर चार बंगले हैं,

दरअसल 200 करोड़ की टैक्स चोरी के एक मामले को लेकर जीएसटी विभाग के अधिकारी भारी लाव-लश्कर लेकर गुजरात के भरूच में कंपनी के मालिक के पते पर छापा मारने के लिए पहुंचे लेकिन वहां सच्चाई देखकर अधिकारी दंग रह गए. जिस व्यक्ति के नाम से कंपनी रजिस्टर्ड थी उस व्यक्ति के लिए दो जून की रोटी का इंतजाम कर पाना भी किसी चुनौती से कम नहीं था. जिस मकान में वो रह रहा था उसकी छत भी टपक रही थी.

जिस सुरेश गोहिल के नाम पर गोहिल कंसल्टेंट नाम से कंपनी चलाई जा रही थी असल में वो एक ऑटो ड्राइवर था जो बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पेट पाल रहा था. जीएसटी विभाग की टीम ने सुरेश गोहिल के उस झोपड़ीनुमा घर को पूरी तरह खंगाल लिया लेकिन वहां उन्हें कुछ नहीं मिला.

एसजीएसटी के अधिकारियों ने कहा कि फर्जी गोहिल एंटरप्राइज के हर दस्तावेज में सुरेश गोहिल के मालिकाना हक का उल्लेख है. आखिर सुरेश गोहिल के नाम से किसने कंसल्टेंट कंपनी खोली और उसके पास सुरेश के दस्तावेज कहां से आये.उन्होंने सुरेश के पैन कार्ड, बिजली बिल, आधार कार्ड और बैंक पासबुक आदि की जांच की लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. अधिकारियों ने उसका बयान दर्ज किया. हालांकि जाने से पहले अधिकारियों ने उसके मोबाइल फोन ले लिए.

वहीं दूसरी तरफ गरीब ऑटो ड्राइवर सुरेश अचानक से अधिकारियों के अपने घर आ धमकने से बेहद डर गया और उसे समझ नहीं आया कि घर में छापेमारी क्यों हुई. अधिकारियों की कार्रवाई से वो हैरान है.