मानसून में बच्चे को लगवाएं फ्लू का टीका

Report: Sakshi
 

बारिश का मौसम आते ही बीमारियां परेशान करने लगती हैं. इस मौसम में सर्दी-खांसी और वायरल बुखार से लोग परेशान रहते हैं. बारिश में खासकर बच्चों की तबियत जल्दी खराब होती है. ऐसे में डॉक्टर्स फ्लू शॉट लगवाने की सलाह देते हैं. जिन बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है उन्हें मानसून के शुरुआत में फ्लू का शॉट जरूर लगवा लेना चाहिए. इससे बच्चों को सर्दी, बुखार और कई बीमारियों से बचाया जा सकता है. 

आपको बता दें कि इन्फ्लूएंजा एक श्वसन वायरल संक्रमण है. फ्लू के लक्षण काफी हद तक कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं. इसके लक्षण खांसी, सर्दी-जुकाम, हल्का बुखार, बदन दर्द जैसे हैं. बच्चे को 6 महीने के बाद फ्लू का शॉट लगाया जा सकता है. फ्लू से निमोनिया और ब्रोंकाइटिस की समस्या हो जाती है. निमोनिया, फेफड़ों में संक्रमण पैदा करता है. वहीं, ब्रोंकाइटिस में फेफड़ों में वायु ले जाने वाली नलियों में संक्रमण फैल जाता है. इससे सांस लेने में परेशानी होती है. कई बार तेज बुखार होने से दौरे पड़ने का भी खतरा रहता है. फ्लू शॉट लगवाने के बाद इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. 

जानकारी के मुताबिक, जिन बच्चों को श्वास की परेशानी होती है उन्हें सीजन बदलने पर ज्यादा परेशानी होती है. ऐसे में अस्थमा से पीड़ित बच्चों को फ्लू शॉट से फायदा होता है. डॉक्टर्स का कहना है कि फ्लू के टीके का एफीकेसी रेट 50 से 70 प्रतिशत के बीच है. बच्चों को फ्लू शॉट दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह बच्चों को कई सीजनल बीमारियों से बचाने का काम करता है.