बाबूलाल मरांडी ने पुलिस पर साधा निशाना, कहा-सत्ताधारियों के गुडबुक में आने के लिए अधिकारियों के नैतिकता का पतन दुखद है 

 

शुक्रवार को आक्रोश रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाजी के आरोपों के बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मरांडी ने कहा कि सत्ता तो आती-जाती रहती है, लेकिन अधिकारियों का नैतिक पतन केवल सत्ताधारियों के "गुडबुक" में शामिल होने के लिए दुखद है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर तस्वीरें साझा करते हुए डीजीपी से मांग की कि संबंधित एसपी और उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, जो तस्वीरों में पत्थरबाजी करते नजर आ रहे हैं।

मरांडी ने आरोप लगाया कि पत्थरबाजी के बाद एसपी का बयान बेहद आपत्तिजनक और पक्षपाती था, जो यह दर्शाता है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को छोड़कर झामुमो कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने निहत्थे महिलाओं और युवाओं पर जानबूझकर पत्थरबाजी की और उन्हें गंभीर रूप से घायल किया।

बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि उनके संबोधन के दौरान निर्दोष और निहत्थे युवाओं पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, जो कि हेमंत सोरेन और उनके अधिकारियों के इशारे पर किया गया। मरांडी ने रांची एसपी को चेतावनी देते हुए कहा कि "भारत माता की जय" बोलने वाला सच्चा देशभक्त होता है, पत्थरबाज नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि असली पत्थरबाज वे हैं जो सत्ता के इशारे पर जनता पर पत्थर फेंकने वाली हेमंत सोरेन की पुलिस है।

गौरतलब है कि एसएसपी चंदन सिन्हा ने कहा था कि पुलिस पर पथराव करने वालों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाएगी। मरांडी का यह बयान इसी के जवाब में आया है।