बाबूलाल मरांडी ने ली भाजपा के हार की जिम्मेदारी, प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश

 

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा को भारी हार का सामना करना पड़ा है। इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को संदेश भेजते हुए कहा कि वे इस हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं।

गौरतलब है कि 81 सीटों वाले झारखंड विधानसभा में भाजपा केवल 21 सीटें ही जीत सकी। यह संख्या पिछले विधानसभा चुनाव में मिली 25 सीटों से भी कम है। एनडीए गठबंधन भी इस बार केवल 24 सीटों तक सीमित रह गया।

बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए बांग्लादेशी घुसपैठ को आदिवासी समाज की सभ्यता और संस्कृति पर हमला बताया। उन्होंने लिखा, "चुनाव परिणाम चाहे जो भी हों, लेकिन हम अपने लोगों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।"

उन्होंने आगे कहा कि उनका पूरा समय और ऊर्जा अब आदिवासी समाज को जागरूक और सशक्त बनाने में लगेगी, ताकि कोई भी उनकी "जल, जंगल और जमीन" पर कब्जा करने की कोशिश न कर सके।

बताते चलें कि बाबूलाल मरांडी ने हार के बावजूद भाजपा के संघर्ष को जारी रखने का भरोसा दिलाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी की हार को भले ही झटका माना जा रहा हो, लेकिन यह उनके संकल्प को कमजोर नहीं कर सकती। भाजपा अब इस हार से सबक लेते हुए आगे की रणनीति तैयार करेगी।