संविधान दिवस पर बाबूलाल मरांडी का संथाल दौरा, जनता को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने संथाल के दो दिवसीय दौरे के दौरान बरहेट विधानसभा क्षेत्र के पेटकसा गांव का दौरा किया। यहां उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों की जानकारी ली। उन्होंने उन पीड़ित कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जिन पर हमले किए गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि झामुमो कार्यकर्ताओं ने महिलाओं तक को नहीं बख्शा, जो लोकतंत्र के खिलाफ एक गंभीर अपराध है।
संविधान दिवस पर विशेष संबोधन
प्रदेश अध्यक्ष ने भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पेटकसा के लोगों को संबोधित करते हुए संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में जनता को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। अगर राज्य का मुखिया ही अपनी जिम्मेदारी से चूक जाए, तो आम जनता का भविष्य भगवान भरोसे रह जाता है।
मरांडी ने जोर देते हुए कहा कि राज्य के मुखिया का यह कर्तव्य है कि वह अपने क्षेत्र की गरीब और आदिवासी जनता को उनके अधिकार दिलाए। लेकिन बरहेट जैसे इलाकों में आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं और अधिकारों से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले पांच सालों में यदि जनता सतर्क नहीं हुई, तो उनके अधिकार पूरी तरह छिन जाएंगे।
जनता से एकजुट होने की अपील
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, "लोकतंत्र में मालिक कोई और नहीं, हम ही हैं। यदि हम एकजुट और मजबूत नहीं हुए, तो जो कुछ बचा है, उसे भी लूट लिया जाएगा।" मरांडी ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि घर में चोरी होती है, तो घर के लोग ही मिलकर चोर का सामना करते हैं। उसी तरह, हमें भी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित होकर लड़ना होगा।