जींस टी -शर्ट नहीं अब ड्रेस कोड में नज़र आएंगे भाजपा कार्यालय के कर्मचारी 

 

हरमू रोड़ स्थित झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यलय में कई कर्मचारी काम करते हैं, झारखंड भाजपा कार्यालय के कर्मचारी जल्द ही ड्रेस में दिखाई देंगे। यह नीले रंग का सफारी सूट होगा। शर्ट के कॉलर और पॉकेट पर नारंगी रंग की पट्टी होगी। कर्मचारियों को अपना पहचान पत्र हमेशा गले से लटकाकर रखना होगा। पहचान पत्र पर नाम के साथ मोबाइल नंबर भी अंकित होगा। प्रत्येक कर्मचारियों को दो जोड़ी सफारी सूट दिए जाएंगे। एक शर्ट हाफ होगा, तो दूसरा पूरे बांह का होगा। शर्ट की बांयी तरफ एक पॉकेट होगी, जिसके ऊपर अंग्रेजी में बीजेपी लिखा होगा। प्रदेश कार्यालय में घुसते ही रिसेप्शन पर बैठा कर्मचारी नमस्ते कह कर संबोधित करेगा। किससे मिलना है, क्या काम है आदि की जानकारी लेकर वह आगंतुकों की समस्याओं के समाधान में सहयोग करेगा।

वहीं, महिला कर्मचारियों को इसी रंग की दो जोड़ी साड़ियां दी जाएंगी। सभी 25 कर्मचारियों के लिए वर्दी बन चुकी है। इसे कर्मचारियों को दिया भी जा चुका है। कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ढीले-ढाले न दिखें। चुस्त-दुरुस्त रहें। आगंतुकों और कार्यकर्ताओं के साथ उनका व्यवहार पॉजिटिव और सहयोगी की भांति हो। सबको यह हिदायत दे दी गई है कि एक बार वर्दी सिस्टम लागू हो जाने के बाद कोई भी कुर्ता-पायजामा या जींस-शर्ट या टी शर्ट पहनकर कार्यालय नहीं आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर संभवत: 17 सितंबर से यह व्यवस्था लागू होगी। हालांकि तिथि के बारे में पार्टी पदाधिकारियों ने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा। पर, उन्होंने यह संकेत किया कि शीघ्र ही इसे लागू कर दिया जाएगा। ड्रेस पर अंग्रेजी में लिखा होगा बीजेपी, पहचान पत्र पहनना अनिवार्य होगा। 

झारखंड पहला प्रदेश, जहां भाजपा प्रदेश कार्यालय में ड्रेस कोड लागू

पार्टी नेताओं ने दावा किया है कि झारखंड का प्रदेश कार्यालय देशभर में पहला है, जहां पर यह नियम लागू किया गया है। केंद्रीय संगठन का निर्देश है कि सभी प्रदेश कार्यालय के कर्मचारियों के लिए वर्दी होनी चाहिए। हालांकि इसके लिए कोई विशेष रंग नहीं बताया गया है। प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में नीला रंग तय हुआ और उसके अनुसार वर्दी तैयार कराई गई।

कर्मचारियों ने रंग पर जताई आपत्ति, कहा-जूते भी होने चाहिए थे

कुछ कर्मचारियों ने ड्रेस के रंग के चयन पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह रंग आकर्षक नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि जब चुस्त-दुरुस्त रहना है, तो वर्दी के साथ जूते भी होने चाहिए। इस बारे में पूछने पर पार्टी नेताओं ने स्वीकार किया कि हां, जूता भी जरूरी है। पर फिलहाल तो इन कर्मचारियों को अपने जूते से ही काम चलाना होगा।