चंपई सोरेन सरकार जनहित में निर्णय लेते हुए जनता के लिए काम करे : बाबूलाल मरांडी

 
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने झारखंड के नव नियुक्त मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज विधायक दल की बैठक प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने नव नियुक्त मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, यह सरकार जनहित में निर्णय लेते हुए जनता की भलाई के लिए काम करे। बैठक में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी सहित विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, सीपी सिंह, बिरंची नारायण, भानु प्रताप शाही, रामचंद्र चंद्रवंशी, जेपी पटेल, राज सिन्हा, मनीष जायसवाल, अमित मंडल, शशिभूषण मेहता, केदार हाजरा, अनंत ओझा, ढुल्लू महतो, रणधीर सिंह, नीरा यादव, अपर्णा सेन गुप्ता, पुष्पा देवी, किशुन दास, केदार हाजरा, समरी लाल, कोचे मुंडा,आलोक चौरसिया, नारायण दास उपस्थित रहे। 

बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने झारखंड के नव नियुक्त मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चंपाई सोरेन के घर परिवार में आज उत्सव का माहौल है। यह अवसर उन्हे राज्य में व्याप्त सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा द्वारा सदन से सड़क तक की लड़ाई और राज्य की जनता का भ्रष्टाचार के भाजपा की लड़ाई में मिले समर्थन के कारण प्राप्त हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि परिवारवाद के खिलाफ भाजपा की लड़ाई ने उन्हें यह अवसर दिया है कि वे राज्य के सर्वोच्च पद पर बैठ पाए हैं।

आगे अमर कुमार बाउरी ने कहा कि उन्हें इस अवसर का उपयोग राज्य की जनता की सेवा के लिए करना चाहिए। चम्पाई सोरेन सरकार को हेमंत सरकार की प्रति छाया नही बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को अविलंब ईडी द्वारा भेजे गए भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश देना चाहिए ।कहा कि हाल ही में रद्द जेएसएससी की रद्द परीक्षा की सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए तभी राज्य की जनता को भरोसा होगा कि यह सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली सरकार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार पिछलग्गू नही बने बल्कि अपनी स्वतंत्र पहचान बनाए। कांग्रेस का पुराना इतिहास है कि वह सहयोगी दलों की सरकार को फंसाकर खुद बचना चाहती है। कांग्रेस पार्टी राष्ट्र विरोधी ताकतों से मिली है।इसलिए मुखौटा को आगे रखकर अपना पूरा एजेंडा लागू कराती है। कांग्रेस के समर्थन से चलने वाली सरकारों के मुख्यमंत्री का वही हश्र हुआ है जो हेमंत सोरेन का हुआ।

इसलिए चंपाई सोरेन को इससे सतर्क रहना चाहिए। ये आंदोलनकारी रहे हैं इसलिए उन्हें अपनी सोच समझ से काम करना चाहिए।उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है यह सरकार पिछली सरकार की तरह ही तुष्टिकरण के एजेंडे को लागू करने केलिए बनी है। अमर बाउरी ने कहा कि सत्ताधारी विधायकों में पद और कुर्सी के लिए अंतर्कलह है। पहले भी हेमंत सरकार अपने सत्ता पक्ष के विधायकों को जेल भिजवा चुकी है।