चतरा : नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की मौत से पुलिस की तैयारिओं पर उठे सवाल
चतरा के सदर थाना क्षेत्र के बैरियों में कल शाम नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए और तीन जवान घायल हो गए। घायल जवानों को रांची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस हमले में गया के रहने वाले सिकंदर सिंह समेत पलामू निवासी सुकन राम शहीद हो गए।
इस घटना के बाद अफीम की खेती नष्ट करने गए पुलिस टीम की तैयारियों को लेकर तरह तरह के सवाल उठ रहे है। पुलिस टीम के साथ गए एक जवान का वीडियो सामने आया है जिसमें वो कह रहा है कि चारों तरफ पहाड़ है, और पहाड़ के बीच में ही जो फिल्ड है उसमें पोस्ता लगा हुआ है। इसी पोस्ता को नष्ट करने के लिए जोरी थाना और सदर थाना का अभियान चल रहा है, जिसमें 7 से 8 जवान हथियार के साथ है, बाकि हमलोग करीब 8 लोग लाठी के साथ आये हुए है। इतना सुदूर वन क्षेत्र में हमलोगों को नहीं लाना चाहिए था।
पुलिस जवान के इस वीडियो ने पुलिस की तैयारियों की पोल खोल के रख दी है। बिना हथियार और बिना किसी ठोस तैयारी के पुलिस जवानों को मौत के मूंह में धकेल दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सदर थाना पुलिस, वशिष्ठ नगर पुलिस और वन विभाग की टीम पोस्ता की फसल को नष्ट करने के लिए गम्हारतरी गांव गयी थी, इसी दौरान टीपीसी उग्रवादी वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ 30 से 40 राउंड गोलियां चला दी। नक्सलियों के हमले के बीच पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद नक्सली वहां से भाग निकले, लेकिन नक्सलियों के हमले में दो पुलिस जवान शहीद हो गए। शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि नक्सलियों ने जो घटना को अंजाम दिया है वो दुर्भाग्यपूर्ण है। मुठभेड़ में शहीद हुए जवान के परिवार के साथ सरकार खड़ी है, उन्हे हर संभव सहायता दी जाएगी। नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी रहेगा।