मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान के दौरान शराब, नशीले पदार्थों के उपयोग पर अंकुश लगाने का आदेश दिया

 


झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, के रवि कुमार ने आज कहा कि स्वच्छ, निष्पक्ष एवं भयमुक्त चुनाव के लिए जरूरी है कि अवैध शराब एवं नशीली दवाओं की रोकथाम से संबंधित मामलों पर सख्त एवं त्वरित कार्रवाई की जाये. इससे शांतिपूर्ण, स्वच्छ, निष्पक्ष एवं भयमुक्त चुनाव कराने में सुविधा होगी। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवैध शराब एवं नशीली दवाओं के उत्पादन, भण्डारण, वितरण, बिक्री एवं परिवहन पर कड़ी कार्यवाही करें तथा इसमें संलिप्त आरोपियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि हिस्ट्रीशीटरों और नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल अन्य आरोपियों की प्रोफाइल का डेटाबेस तैयार करके शराब और नशीली दवाओं की तस्करी पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने की जरूरत है। वे आज लोकसभा आम चुनाव 2024 के मद्देनजर अवैध शराब की रोकथाम से संबंधित मुद्दों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और उत्पाद अधीक्षक द्वारा इस संबंध में की गई कार्रवाई की जिलावार समीक्षा कर रहे थे. औषधियाँ।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि शराब और नशीली दवाओं का असर चुनाव प्रक्रिया पर नहीं पड़ना चाहिए. इसके लिए सभी चिन्हित एवं संभावित स्थानों पर छापेमारी तेज करें और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. उन्होंने बड़ी मात्रा में खुदरा विक्रेताओं के प्रारंभिक स्टॉक, खरीद-बिक्री और अंतिम स्टॉक की जांच करने, चेक पोस्ट के माध्यम से बड़ी मात्रा में जब्त अवैध शराब आदि की मात्रा/मूल्य का आकलन करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को अवैध शराब की मात्रा एवं मूल्य का आवश्यक रूप से आकलन करने के भी निर्देश दिये।

उन्होंने आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद दर्ज किये गये मामलों और गिरफ्तार किये गये लोगों के खिलाफ की गयी कार्रवाई की भी समीक्षा की. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामलों को उजागर करते हुए पूरी गंभीरता से काम करने का निर्देश दिया. उन्होंने मादक पदार्थों के उत्पादन, भंडारण, वितरण एवं बिक्री पर नियंत्रण के दौरान दर्ज मामलों एवं आरोपियों के विरुद्ध चल रही कार्रवाई की अद्यतन स्थिति की भी समीक्षा की.

राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी ए.वी. होमकर ने शराब और नशीली दवाओं की रोकथाम के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया. उन्होंने राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतते हुए शराब एवं मादक पदार्थों के भंडारण, वितरण, बिक्री एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए हर स्तर पर प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

समीक्षा बैठक में उपरोक्त अधिकारियों के अलावा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव मुकेश कुमार, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह एवं डॉ. नेहा अरोड़ा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.