चिकित्सक की वास्तविक पूँजी उनके मरीजों की दुआएं होती हैं : राज्यपाल 

 

राज्यपाल सी०पी० राधाकृष्णन ने आज एम्स, देवघर के चतुर्थ वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समाज में चिकित्सकों को अत्यन्त  सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। लोग उनके प्रति बहुत आस्था रखते हैं, किसी भी चिकित्सक की वास्तविक पूँजी उनके मरीज के स्वस्थ होने के बाद उनके द्वारा दी गई दुआएं होती हैं। उन्होंने कहा कि भारत के अनेक चिकित्सकों ने अपने उल्लेखनीय योगदान से विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है। चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के कारण ही हम कोविड महामारी के विषम परिस्थितियों का सफलतापूर्वक सामना करने में सफल हुए हैं। 
राज्यपाल ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य के प्रसार एवं इसकी पहुंच को बढ़ावा देने के उद्देश्य के तहत विभिन्न राज्यों में नए एम्स संस्थान स्थापित किए गए हैं और एम्स, देवघर के स्थापना से न सिर्फ झारखंड संथाल परगना बल्कि सीमावर्ती राज्य के लोग भी लाभान्वित होंगे। राज्यपाल ने कहा कि जीवन में पीड़ा हमें सीख देती है, जब हम अपनी पीड़ा को याद करते हैं तो अन्य की पीड़ा को अच्छी तरह समझ पाते हैं और हम खुद उसकी मदद के लिए आगे बढ़ते हैं। अत: जब कभी भी अकस्मात किसी को चिकित्सा की आवश्यकता हो तो हम सब को आगे बढ़कर उसकी मदद व देखभाल करनी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि एम्स, देवघर हमारे  माननीय प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी सोच के तहत स्थापित किए गए कई नए एम्स संस्थानों में से एक है। उनके उत्साहवर्धन से हमारे वैज्ञानिकों  ने बहुत ही अल्प समय में कोविड का टीका विकसित किया और भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जिसने न सिर्फ अपने देशवासियों को बल्कि अन्य देशों को भी निःशुल्क टीका उपलब्ध कराया। हमारा देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए विश्व में सबसे बड़ी 5वीं अर्थव्यवस्था का देश बन चुका है और पूरे विश्व की निगाहें हमारी तरफ है। राज्यपाल ने एम्स, देवघर परिवार को बधाई दी तथा संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उक्त अवसर पर राज्यपाल महोदय ने एम्स, देवघर में नवनिर्मित ‘’नर्सिंग छात्रावास” का उद्घाटन किया एवं कार्यक्रम में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया।