डॉ. भारती कश्यप को मिला सामाजिक परिवर्तन पुरस्कार, नेत्रदान जागरुकता पर पूरे राज्य में किया काम
पूर्वी भारत की प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. भारती कश्यप को 7 अक्टूबर, 2024 को राष्ट्रीय दिल्ली में महिला नेत्र रोग विशेषज्ञ सोसायटी द्वारा सामाजिक परिवर्तन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें यह पुरस्कार उनके अद्वितीय सामाजिक योगदान के लिए सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता और भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
डॉ. कश्यप ने 1991 में चिकित्सा की पढ़ाई पूरी करने के बाद रामगढ़ से अंधापन नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण अभियान की शुरुआत की, जिसका लाभ झारखंड के 20 लाख से अधिक स्कूली बच्चों को मिला है। उनके नेत्र शिविरों में हजारों लोगों का इलाज हो चुका है, जिनमें आदिम जनजाति के लोग, मानव तस्करी के शिकार, अखबार विक्रेता, मधुमेह रोगी, वृद्धाश्रम में रहने वाले, झुग्गी-झोपड़ी के लोग, स्पास्टिक बच्चे, खिलाड़ी और ट्रक चालक शामिल हैं।
उस समय नेत्रदान के प्रति जागरूकता न के बराबर थी, लेकिन डॉ. भारती कश्यप ने इसे एक सामाजिक मुद्दा मानकर लोगों को इसके प्रति प्रेरित किया। उनके प्रयासों से झारखंड में 1996 में पहला मरणोपरांत नेत्रदान हुआ, और तब से लेकर आज तक सैकड़ों नेत्रदान उनके अभियान के तहत संभव हो चुके हैं।
2014 में उन्होंने महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए झारखंड में सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ अभियान शुरू किया। इस प्रयास से हजारों महिलाओं की जान बचाई जा चुकी है। डॉ. कश्यप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों के आधार पर कम लागत वाली प्रभावी रणनीति ‘झारखंड मॉडल’ विकसित की, जिससे प्रजनन आयु वर्ग की 4 लाख से अधिक महिलाओं की जांच हो चुकी है। उनके प्रयासों से झारखंड की ग्रामीण महिलाएं अब न केवल अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रही हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी जागरूक कर रही हैं, जिससे राज्य में एक बड़ा सामाजिक बदलाव आ रहा है।