शीतकालीन सत्र में कार्यवाही के दौरान JMM और Congress ने BJP पर तीखा हमला बोला, जिसके जवाब में BJP ने कांग्रेस को ‘बगुला’ कह दिया

Jharkhand Desk: जेएमएम और कांग्रेस ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला. नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने राज्य में सत्ता परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर दिया.
 

Jharkhand Desk: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत शुक्रवार से शुरू हुई. कार्यवाही के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गरमा-गरम बहस हुई. जेएमएम और कांग्रेस ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला. नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने राज्य में सत्ता परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर दिया. बीजेपी विधायक शत्रुघ्न महतो ने भी इसपर अपनी बात कही. सदन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबू लाल मरांडी समेत तमाम दलों के नेताओं ने अभिनेता धर्मेंद्र, असरानी, पंकज धीर समेत दुनिया से गुजरने वाले लोगों के प्रति दुख व्यक्त किया. बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने दावा किया कि जल्द ही जेएमएम कांग्रेस का साथ छोड़ देगा. उन्होंने कांग्रेस को ‘बगुला’ बताते हुए कहा कि जहां कांग्रेस बैठती है, वहां पूरा पेड़ ही सूख जाता है, जिससे झामुमो कमजोर पड़ रहा है.

सुदिव्य कुमार ने कहा कि सवाल यह है कि कोचिंग में बच्चों से अन्यथा फीस ना ली जाए. भ्रमित करने वाले विज्ञापन ना दिए जाएं. शिक्षकों का काम शिक्षण का है, वह उसी पर ध्यान दें. जेएलकेएम विधायक जयराम महतो ने कहा कि बेरमो को अलग जिला बनाने की मांग है. सीएम हेमंत सोरेन ने खुद ही कहा था कि तमाम विधायक अपने क्षेत्र की रिपोर्ट दें कि कहां नया जिला बनाए जाने की जरूरत है. कहां ब्लॉक और प्रखंड कार्यालय किस क्षेत्र से दूर है.

विधानसभा परिसर में आजसू के एक मात्र विधायक निर्मल महतो तख्ती लेकर पहुंचे. वह , छात्रवृत्ति योजना बंद का विरोध करते दिखे. वहीं मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि सरकार के पास पैसों की कमी नहीं है. बिना आर्थिक बाधा के विकास कार्य चालू है.

झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पूरा शेड्यूल

  • 5 से 11 दिसंबर तक चलेगा शीतकालीन सत्र
  • 8 दिसंबर को 2025-26 का द्वितीय अनुपूरक बजट सदन में होगा पेश
  • आज 5 दिसंबर को सदन में शपथ और शोक प्रकाश
  • 8 दिसंबर को प्रश्न काल, अनुपूरक बजट होगा पेश
  • 9 दिसंबर को प्रश्न काल, अनुपूरक बजट पर चर्चा
  • 10 दिसंबर को प्रश्न काल, राजकीय विधेयक और राजकीय कार्य
  • 11 दिसंबर को प्रश्न काल, राजकीय विधेयक और गैर सरकारी संकल्प

ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने सदन के बाहर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. मगर हम यह भी जानना चाहते हैं कि जिस सरना कोड को यहां से पास करने के बाद केंद्र को भेजा गया उसका क्या हुआ. उन्होंने कहा कि यह शीतकालीन सत्र काफी अहम है, जिसमें द्वितीय अनुपूरक के अलावा कई विधेयक भी आएंगे, सदस्यों के द्वारा जो जनहित के मुद्दे लाए जाएंगे उन पर भी चर्चा होगी.