ईडी की छापेमारी में बड़ा खुलासा, देह व्यापार में धकेली जाती थीं बांग्लादेशी लड़कियां, चार गिरफ्तार

 

झारखंड में बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ और देह व्यापार से जुड़े मामलों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने इस सिलसिले में दो बांग्लादेशी नागरिकों समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई रांची, पाकुड़ और पश्चिम बंगाल में कुल 17 स्थानों पर छापेमारी के बाद की गई। बांग्लादेश से लड़कियों को भारत लाकर देह व्यापार में धकेला जाता था और इसके एवज में दलालों को भारी रकम दी जाती थी।

पिछले जून में रांची के बॉली रिसॉर्ट होटल से बांग्लादेशी लड़कियों की गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद कोलकाता की झूमा उर्फ मनीषा का नाम सामने आया। जांच में पता चला कि यह वही गिरोह है, जो बांग्लादेश से लड़कियों को रांची लाकर देह व्यापार में लगाता था। लड़कियों को होटल में रुकवाकर उनका शोषण किया जाता था। गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को कोलकाता से रांची लाया जा रहा है। ईडी ने पुलिस कोर्ट में इन्हें 14 दिनों की रिमांड पर लेने का आवेदन देने की योजना बनाई है, जिससे पूरे नेटवर्क की गहन जांच हो सके।

बांग्लादेशी दलालों से संबंध का हुआ खुलासा
ईडी की जांच में सामने आया है कि रॉनी मंडल और समीर चौधरी नाम के दोनों बांग्लादेशी आरोपी बांग्लादेशी दलालों के संपर्क में थे। इन दलालों के जरिए बांग्लादेशी लड़कियों को भारत में अवैध तरीके से लाकर देह व्यापार में लगाया जाता था। बंगाल में प्रवेश करने के बाद पिंटू हलधर की मदद से उनके फर्जी दस्तावेज बनाए जाते थे। इसके साथ ही पिंकी बासु मुखर्जी ने झारखंड और बिहार के दलालों से संपर्क कर इन लड़कियों को देह व्यापार में धकेलने का काम किया।

ग्राहकों की जानकारी और डिजिटल सबूत जब्त
रांची के विभिन्न होटलों में छापेमारी के दौरान ईडी को कई ग्राहकों की जानकारी भी मिली है। ईडी ने इस छापेमारी में कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरण भी जब्त किए हैं। एजेंसी ने साफ कर दिया है कि इस मामले में और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।