झारखंड पुलिस की वीरता को सम्मान...IPS अमोल होमकर समेत 14 अधिकारी-कर्मी को केंद्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक

Jharkhand Desk: साल 2025 के अप्रैल महीने में झारखण्ड के नक्सल इतिहास में पहली बार एक साथ आठ नक्सली मारे गए ,जिसमे एक करोड़ का इनामी भी शामिल था.झारखंड पुलिस से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय तक इस सफलता को लेकर गुड फील करते नजर आए थे. अब केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा इस अभियान में शामिल 14 अफसरों और कर्मियों को पदकों से सम्मानित किया गया है.
 

Jharkhand Desk: झारखंड पुलिस की वीरता और रणनीतिक कौशल को एक बार फिर देशभर में बड़ा सम्मान मिला है. नक्सल उन्मूलन अभियान में अहम भूमिका निभाने वाले IPS अमोल वेणुकांत होमकर को केंद्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक (Union Home Minister’s Medal for Excellence in Investigation and Special Operations) से सम्मानित किया गया है. अमोल होमकर के साथ-साथ झारखंड पुलिस के अन्य 13 पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को भी इस प्रतिष्ठित पदक से नवाजा गया है. अमोल होमकर के अलावा झारखंड पुलिस के अन्य 13 पुलिस अफसरों को भी इस पदक से सम्मानित किया गया है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय दक्ष पदक का ऐलान कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक हर साल 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर प्रदान किया जाता है. यह पदक पुलिसकर्मियों के द्वारा विशेष अभियान, जांच और फोरेंसिक विज्ञान में असाधारण सेवा के लिए प्रदान किया जाता है.

इन्हें पदकों से नवाजा गया-

  • आईपीएस अमोल वेणु कांत होमकर
  • आईपीएस माइकल राज
  • आईपीएस इंद्रजीत महता
  • आईपीएस सुरेंद्र कुमार झा
  • आईपीएस मनोज स्वर्गियरी
  • डिप्टी कमांडेंट मिथिलेश कुमार
  • सब इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार
  • सब इंस्पेक्टर मंटू कुमार
  • कांस्टेबल दीनबंधु शेखर
  • कांस्टेबल पारस कुमार वर्मा
  • कांस्टेबल विकास कर्मकार
  • कांस्टेबल भागीरथ रजवार
  • कांस्टेबल शिवनंदन हांसदा
  • कांस्टेबल अजय मेहता

जनवरी 2025 में शुरू हुआ था अभियान

साल 2025 के अप्रैल महीने में झारखण्ड के नक्सल इतिहास में पहली बार एक साथ आठ नक्सली मारे गए ,जिसमे एक करोड़ का इनामी भी शामिल था.झारखंड पुलिस से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय तक इस सफलता को लेकर गुड फील करते नजर आए थे. अब केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा इस अभियान में शामिल 14 अफसरों और कर्मियों को पदकों से सम्मानित किया गया है.

आपको बता दें कि झुमरा और पारसनाथ में मिली सफलता के पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है. झारखंड के तीन दिग्गज आईपीएस अफसरों के दो महीने की मेहनत का फल था. एक करोड़ के इनामी विवेक और उसके सात साथियों का एनकाउंटर. तीन आईपीएस अफसरों में एक तो खुद तत्कालीन आईजी अभियान अमोल होमकर ही थे. बोकारो के लुगु पहाड़ में 21 जनवरी को दो माओवादियों को मार गिराया था, इसी अभियान के दौरान 15 लाख का इनामी रणविजय महतो गिरफ्तार भी हुआ था लेकिन 20 अप्रैल को जो हुआ उसने इतिहास बन दिया.